ईकोग्रीन को पार्षदों के साथ अधिकारियों ने भी घेरा
घर-घर से कूड़ा उठाने के मामले में ईकोग्रीन कंपनी की कार्यप्रणाली पर नगर निगम पार्षदों के साथ अधिकारियों ने भी सवाल उठाए। शुल्क वसूली के मामले में भ्रष्टाचार के भी आरोप लगे। पार्षद जितेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि ईकोग्रीन के कई अधिकारी औद्योगिक इकाइयों से कूड़ा उठाने की एवज में वसूली करते हैं। पार्षद ललिता यादव ने नाराजगी जताई कि उनके वार्ड नंबर पांच का बुरा हाल है।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : घर-घर से कूड़ा उठाने के मामले में ईकोग्रीन कंपनी की कार्यप्रणाली पर नगर निगम पार्षदों के साथ अधिकारियों ने भी सवाल उठाए। शुल्क वसूली के मामले में भ्रष्टाचार के भी आरोप लगे। पार्षद जितेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि ईकोग्रीन के कई अधिकारी औद्योगिक इकाइयों से कूड़ा उठाने की एवज में वसूली करते हैं। पार्षद ललिता यादव ने नाराजगी जताई कि उनके वार्ड नंबर पांच का बुरा हाल है।
अतिरिक्त निगमायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने साफ तौर से कहा कि पिछले दो-तीन महीने में ईकोग्रीन ने कोई सुधार नहीं किया। खत्तों से न तो नियमित रूप से कूड़ा उठाया जा रहा है और न ही घर-घर से कूड़ा उठाने के मामले में ईकोग्रीन ने कोई बेहतर काम किया। ईकोग्रीन कूड़ा उठाने जो शुल्क वसूल कर रही है, नियमानुसर वह निगम के खाते में आना चाहिए, मगर ऐसा नहीं हो रहा है।
ईकोग्रीन कंपनी के प्रोजेक्ट प्रमुख राजीव अरोड़ा ने माना कि अभी कुछ कमियां हैं, जिन्हें दूर किया जाना है। उन्होंने अपना पक्ष रखा कि वह अभी हाल ही में कंपनी से जुड़े हैं। अभी तक 245 वाहन हैं, जिनसे घर-घर से कूड़ा उठाया जा रहा है। और वाहनों की खरीदारी की जा रही है। नए वाहन आने से घर-घर से कूड़ा उठाने के कार्य में सुधार होगा।