Move to Jagran APP

दो दिन से हड़ताल के नाम पर बंद है अस्पताल

दिन बुधवार के 12 बजे सेक्टर-3 शिशु प्रज्जनन एवं महिला रैफरल इकाई केंद्र का दरवाजा बंद है। महिला मरीज काफी संख्या में आई हुई हैं। यहां पर द

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Feb 2019 05:56 PM (IST)Updated: Wed, 06 Feb 2019 05:56 PM (IST)
दो दिन से हड़ताल के 
नाम पर बंद है अस्पताल
दो दिन से हड़ताल के नाम पर बंद है अस्पताल

सुभाष डागर, बल्लभगढ़ : दिन बुधवार के 12 बजे सेक्टर-3 शिशु प्रजनन एवं महिला रैफरल इकाई केंद्र का दरवाजा बंद है। महिला मरीज काफी संख्या में आई हुई हैं। यहां पर दरवाजा बंद होने का कारण पूछती हैं, तो कर्मचारी एक ही जबाव देते हैं कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की हड़ताल चल रही है। हड़ताल में एनएचएम से संबंधित सभी नर्स और डॉक्टर शामिल हैं। मरीज कोई ओल्ड फरीदाबाद से, तो कोई सेक्टर-23 संजय कॉलोनी से आई हैं। मरीज अपने घर का काम अधूरा छोड़ कर ऑटोरिक्शा में किराया खर्च करके आई हैं। यहां पर उनकी कोई भी सुनने वाला नहीं है। ²श्य-1

loksabha election banner

अस्पताल का मुख्य दरवाजा पूरी तरह से बंद है। कोई भी अंदर नहीं आ-जा रहा है। यदि कोई अंदर घुस भी जाता है, तो वहां पर कर्मचारी भी दिखाई नहीं दे रहे हैं। मरीज मुख्य द्वार को बंद देखकर वापस लौट रही हैं। ²श्य-2

काफी महिला मरीज अस्पताल बंद होने के बारे में इधर-उधर पूछ रही हैं। कुछ मरीज अस्पताल के प्रांगण में पार्क में लेटी हुई हैं। इन मरीजों को उम्मीद है कि शायद कोई डॉक्टर आ जाए। ²श्य-3

अस्पताल के अंदर ओपीडी बंद है। यहां पर न तो कोई मरीज बैठा हुआ है और न ही मरीजों की लाइन लगी हुई है, जबकि अन्य दिनों में यहां पर महिला मरीजों की लंबी-लंबी लाइन लगी रहती हैं। ²श्य-4

अस्पताल के अंदर डॉक्टरों के कक्ष ज्यादातर बाहर से बंद हैं। एक कक्ष खुला हुआ है, लेकिन यहां पर कर्मचारी आराम कर रहे हैं, जो बता रहे हैं हड़ताल होने के कारण अस्पताल बंद हैं। मैं कल भी अस्पताल आई थी, तब भी हड़ताल थी और आज आई हूं, तो आज भी हड़ताल है। हड़ताल किसी दिन खत्म होगी, ये कोई बताने के लिए तैयार नहीं।

-रेखा, त्रिखा कॉलोनी किसी ने बताया था कि सेक्टर-3 के अस्पताल में महिलाओं की अच्छी देख-रेख की जाती है। इसलिए संजय कॉलोनी सेक्टर-23 से अस्पताल आई थी, लेकिन यहां पर कोई नहीं है।

-संजू, संजय कॉलोनी आए दिन कर्मचारी कोई न कोई बहाना बनाकर हड़ताल करते रहते हैं। अब कर्मचारी काम करने के लिए तैयार नहीं हैं। सिर्फ उनका वेतन बढ़ता रहना चाहिए।

-लता, शिव कॉलोनी कर्मचारियों की हड़ताल तो समझ में आती है, लेकिन डॉक्टर भी न मिलें, ये समझ से परे है। डॉक्टरों को मरीजों की समस्याओं को समझना चाहिए।

-शिवानी, सेक्टर-3


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.