ईएसआइ अस्पताल में मिलेंगी सुपरस्पेशलिटी सेवाएं
---------------------------------- -प्रदेश का यह पहला अस्पताल होगा, जहां हृदय, किडनी,पेट संबंधी सर्जरी हो सकेगी -अभी तक पैनल के निजी अस्पतालों में होता है इलाज, प्रदेश में हैं 29.44 लाख कार्डधारक
अनिल बेताब, फरीदाबाद : एनआइटी तीन नंबर के ईएसआइ मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जल्द ही सुपरस्पेशलिटी सेवाएं मिलने लगेंगी। ईएसआई से जुड़े मरीजों को अब रेफर होने के चलते भटकना नहीं पड़ेगा। यह प्रदेश का पहला ईएसआइ अस्पताल होगा, जहां यह सुविधाएं मिलेंगी। कैंसर रोग विशेषज्ञ, हृदय रोग विशेषज्ञ, न्यूरोलॉजिस्ट, एंडोक्राइनोलॉजी, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जन, यूरोलॉजिस्ट तथा बच्चों के लिए अलग से सर्जन की नियुक्ति की जाएगी। कॉलेज के डीन डॉ.असीम दास की ओर से ईएसआइ कारपोरेशन, मुख्यालय को इस बाबत प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है। मंजूरी मिलते ही यहां सुपरस्पेशलिटी मामले में सर्जरी की जा सकेगी। अभी तक मरीज निजी अस्पतालों पर निर्भर हैं। प्रदेश में हैं 29.44 लाख ईएसआइ कार्डधारक
फरीदाबाद तथा पलवल में 6 लाख से ज्यादा कार्डधारक हैं, जबकि प्रदेश भर में इनकी संख्या 29.44 लाख है। सभी ईएसआइ कार्डधारकों के इलाज के लिए ईएसआइ कारपोरेशन, मुख्यालय, दिल्ली के संचालन में गुरुग्राम, मानेसर, एनआइटी तीन, फरीदाबाद में तीन अस्पताल चल रहे हैं। ईएसआइ हेल्थ केयर हरियाणा के अंतर्गत सेक्टर-आठ, फरीदाबाद, यमुना नगर, पानीपत तथा भिवानी में अस्पताल चल रहे हैं। मरीजों को जब सुपरस्पेशलिटी सेवाओं की जरूरत पड़ती है तो पैनल पर लिए गए निजी अस्पतालों में रेफर किया जाता है। सिर्फ फरीदाबाद की अगर बात करें तो यहां हर महीने सुपरस्पेशलिटी सुविधा न होने के चलते 500 से ज्यादा मरीजों को निजी अस्पतालों में रेफर किया जाता है। जांच के मामले में करीब हजार मरीज निजी संस्थानों की ओर रुख करते हैं। जैसे सीटी स्कैन और एमआरआइ की सुविधा न होने के कारण जरूरत पड़ने पर मरीज निजी संस्थानों में जाते हैं। जब विशेषज्ञ चिकित्सक ईएसआइ अस्पताल को मिल जाएंगे तो सुपरस्पेशलिटी सेवा से जुड़े सभी टेस्ट यहीं किए जाएंगे। हमने ईएसआइ कारपोरेशन, मुख्यालय के महानिदेशक कार्यालय को प्रस्ताव बना कर भेज दिया है। मंजूरी मिलते ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति पर ध्यान दिया जाएगा। प्रदेश का यह पहला अस्पताल होगा, जहां सुपरस्पेशलिटी सेवाएं मिलेंगी।
-डॉ.एके पांडेय, डिप्टी डीन, ईएसआइ मेडिकल कॉलेज अस्पताल।