जाने क्यों अवैध कब्जों पर कार्रवाई नहीं करता निगम
शहर के तमाम रेलवे ओवरब्रिज के नीचे अवैध कब्जों की भरमार है पर नगर निगम कार्रवाई नहीं करता है।
अनिल बेताब, फरीदाबाद : शहर के तमाम रेलवे ओवरब्रिज के नीचे अवैध कब्जों की भरमार है, पर जाने क्या वजह है कि नगर निगम यहां कोई कार्रवाई नहीं करता। अगर कार्रवाई करता, तो यहां पक्की दुकानें न बनती। शहर में सिर्फ नीलम-अजरोंदा ओवरब्रिज के नीचे 32 दुकानें अधिकृत रूप से आवंटित हैं, पर बाकी बड़खल, बाटा, बल्लभगढ़ के ओवरब्रिज के नीचे तो हर जगह अवैध कब्जे हैं। जो इसी तरह से हादसों का सबब बन सकते हैं, जैसे बृहस्पतिवार को हुआ।
नीलम-अजरोंदा ओवरब्रिज के दोनों तरफ ऊंची-ऊंची इमारते हैं। कई कंपनियों के कार्यालय हैं। ऐसे ही बल्लभगढ़ तथा बाटा ओवरब्रिज के नीचे अवैध कब्जे हैं। बाटा ओवरब्रिज के ठीक पास न्यू टाउन रेलवे स्टेशन है, जबकि बल्लभगढ़ ओवरब्रिज के पास बड़ा बस अड्डा व रेलवे स्टेशन भी है। इस कारण से नीचे की तरफ से दोनों तरफ हजारों की संख्या में लोग रेलवे स्टेशन व बस अड्डे के लिए आवागमन करते हैं। नीलम ओवरब्रिज के नीचे बृहस्पतिवार शाम को जब आग लगी थी, तो वहां एक लोहे की अलमारी में रसोई गैस सिलेंडर भी मिला था। अगर सिलेंडर फट जाता, तो बड़ा हादसा हो सकता था। समय रहते ही अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने आग पर काबू पा लिया, पर हैरानी बात है कि आग बुझने तक मौके पर निगम का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा था। कब्जे हटाने में आती हैं मुश्किलें
वैसे तो तोड़फोड़ विभाग के अधिकारियों का ध्यान उन क्षेत्रों में आने-जाने में अधिक रहता है, जहां लोग इन्हें खुश रखते हैं। अगर कभी निगम की टीम कहीं कार्रवाई करने जाती है, तो विरोध का सामना भी करना पड़ता है। कई बार टीम बैरंग लौट कर आ जाती है। निगम को इन मामलों में सख्ती बरतनी होगी, तभी पुल के नीचे किए गए अवैध कब्जे पूरे तरह हट पाएंगे। नगर निगम की ओर से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चल रहा है। इस हादसे ने निश्चित रूप से ध्यान आकृष्ट किया है। जल्द ही अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-डा. यश गर्ग, निगमायुक्त।