प्रदेश को 2019 अंत तक भिक्षावृत्ति मुक्त करने का लक्ष्य
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अनिल बेताब, फरीदाबाद : प्रदेश को 2019 अंत तक भिक्षावृत्ति मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से हर जिले को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाया जाएगा। परिषद की ओर से हर जिले में टीमें बनाई जाएंगी। भीख मांगने और कूड़ा बीनने वाले बच्चों के हाथों में बस्ते थमाए जाएंगे। इसके लिए पहले सर्वे कराया जाएगा। अगले वित्त वर्ष में बाल कल्याण संबंधी गतिविधियों का बजट 15 करोड़ से बढ़ा कर 25 करोड़ रुपये किया जा रहा है। इससे बाल कल्याण संबंधी गतिविधियों में बेहतर तरीके से इजाफा किया जा सकेगा।
राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद महासचिव श्रीकृष्ण ढुल ने बुधवार को भिक्षावृत्ति मुक्त अभियान शुरू करने बारे जानकारी दी। श्रीकृष्ण ढुल सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में परिषद की ओर से लगाए गए स्टाल का जायजा लेने आए थे। होटल राजहंस में दैनिक जागरण से बातचीत में श्रीकृष्ण ढुल ने बताया कि परिषद की ओर से बाल काउंस¨लग तथा समन्वय योजना पर काम शुरू किया गया है। इसके तहत सरकारी स्कूलों के साथ-साथ निजी स्कूल एसोसिएशन के साथ साथ मिलकर परिषद बच्चों तथा अभिभावकों की काउंस¨लग करेगी। परीक्षा के दिनों में बच्चों का तनाव दूर करने को कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। ढुल के अनुसार प्रदेश में करीब 55 हजार आंगनबाड़ी वर्कर और सहायक को भी समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे कि उन्हें बच्चों को अल्पाहार देने तथा टीकाकरण बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी सके।