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सरकारी अस्पतालों में मरीजों की स्क्री¨नग शुरू

जिले के निजी अस्पतालों का अब तक प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत कोई खास रुझान दिखाई नहीं दिया है। अब तक सिर्फ आठ निजी अस्पतालों ने इस योजना को स्वीकारा है, जबकि छोटे-बड़े अस्पताल व नर्सिंग होम मिलाकर 200 से ज्यादा हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 05:57 PM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 05:57 PM (IST)
सरकारी अस्पतालों में 
मरीजों की स्क्री¨नग शुरू
सरकारी अस्पतालों में मरीजों की स्क्री¨नग शुरू

जासं, फरीदाबाद: जिला स्वास्थ्य विभाग ने आयुष्मान भारत योजना के तहत हर लाभार्थी को जोड़ने की कवायद तेज कर दी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बादशाह खान अस्पताल में दाखिल होने वाले सभी मरीजों की स्क्री¨नग की जा रही है। उनका आधार कार्ड नंबर लेकर जांचा जा रहा है कि कहीं वे आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी हैं या नहीं। विभाग का मकसद हर एक लाभार्थी का गोल्डन कार्ड जारी करने का है। हालांकि जो लोग बिना गोल्डन के पैनल के अस्पतालों में इलाज कराने जाएंगे, उन्हें भी सेवाएं मिलेंगी।

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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 23 सितंबर को शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग हर लाभार्थी तक पहुंचना चाह रहा है, जिससे कि कोई भी हकदार इस योजना से वंचित न रहे। बादशाह खान अस्पताल में प्रतिदिन करीब 2000 से ज्यादा मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। इनमें से बहुत से मरीजों को अस्पताल में दाखिल होना पड़ता है। लाभार्थियों को योजना का सही लाभ मिल सके, इसलिए सभी मरीजों की स्क्री¨नग कराई जा रही है। स्क्री¨नग से पता चल पाएगा कि मरीज का नाम सूची में है या नहीं। अगर मरीज का नाम सूची में शामिल होगा तो उनका गोल्डन कार्ड जारी किया जाएगा और उसे योजना के तहत उपचार दिया जाएगा। जरूरतमंद अपनी मर्जी से पैनल के किसी भी अस्पताल में इलाज करा सकते हैं।

-डॉ.असरूद्दीन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी।


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