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पुलवामा मुठभेड़ के शहीद मेजर विभूति की शहादत से गमजदा हैं ग्रेफ वासी

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए मेजर विभूति ढौंडियाल का संबंध ग्रेटर फरीदाबाद से भी है। उनका विवाह आठ महीने पूर्व ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 07:32 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 07:32 PM (IST)
पुलवामा मुठभेड़ के शहीद मेजर विभूति की शहादत से गमजदा हैं ग्रेफ वासी
पुलवामा मुठभेड़ के शहीद मेजर विभूति की शहादत से गमजदा हैं ग्रेफ वासी

अभिषेक शर्मा, फरीदाबाद

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जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए मेजर विभूति ढौंडियाल का संबंध ग्रेटर फरीदाबाद से भी है। उनका विवाह आठ महीने पूर्व सेक्टर-82 स्थित एसपीआर सोसायटी में रहने वाले मोहन कृष्ण कौल की बेटी निकिता के साथ हुआ था। उनकी शहादत की खबर मिलते ही ग्रेफ में मातम छा गया।

ग्रेफ वासी शहर की बेटी निकिता द्वारा पति शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल के पार्थिव शरीर को सैल्यूट कर और जय ¨हद बोलकर दी गई विदाई से खुद को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं तो देश में बढ़ते जा रहे आतंकवाद को लेकर लोगों में आक्रोश भी है। लोगों ने केंद्र सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल के फरीदाबाद से संबंध की जानकारी मिलने के बाद लोग एसपीआर सोसायटी में रहने वाले सगे संबंधियों से मोबाइल फोन पर जानकारी ले रहे हैं। शहीद के ससुर मोहनकृष्ण कौल अपनी पत्नी रजनी कौल के साथ देहरादून शहीद मेजर विभूति के अंतिम संस्कार में शामिल होने गए हुए हैं। देश के जवानों की शहादत से पूरा देश गुस्से में है। मेरी संवेदना निकिता के साथ हैं और मुझे विश्वास है कि शहीद विभूति का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

-जितेंद्र गर्ग, एसआरएस रेजिडेंसी। निकिता के जज्बे को सलाम है। उनकी आंखें नम थी, लेकिन उसने पार्थिव शरीर को सैल्यूट किया और जय ¨हद बोलकर देशभक्ति का जज्बा दिखाया है। ग्रेफ की बेटी को भी प्रणाम करता हूं।

- प्रदीप सिवाच, एसआरएस रॉयल हिल्स देश के वीर जवानों पर गर्व है। वो सीमा पर हैं, तो हम देशवासी यहां सुरक्षित हैं। सरकार को अब पाकिस्तान के कायरतापूर्ण कुकृत्य के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। निकिता बहुत बहादुर है।

- रेनू खट्टर, सेक्टर-84 अपने गुस्से को शब्दों में बयां नहीं कर सकता। शहीद विभूति की शहादत को नमन करता हूं और अब पाकिस्तान को सबक सिखाने का समय है। सरकार ने इस ओर कदम भी उठाने शुरू कर दिया है।

- अरुण ¨सह आर्य, न्यू ओमेक्स हाइट्स


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