Move to Jagran APP

कैंसर मरीजों के सैंपल की भी हो सकेगी जांच

ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में लैब को अपग्रेड कर विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है। लैब में कैंसर व लीवर इंफेक्शन जैसे रोगों की जांच के मशीन लगाई गई है। इससे मरीजों को अब कैंसर एवं लीवर में इंफेक्शन की जांच निजी अस्पताल की ओर से रुख करने की आवश्यकता नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jan 2020 05:48 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jan 2020 05:48 PM (IST)
कैंसर मरीजों के सैंपल 
की भी हो सकेगी जांच
कैंसर मरीजों के सैंपल की भी हो सकेगी जांच

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में लैब को अपग्रेड कर विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है। लैब में कैंसर व लीवर इंफेक्शन जैसे रोगों की जांच के लिए मशीन लगाई गई है। इससे मरीजों को अब जांच के लिए निजी अस्पताल के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा। इसके अलावा डाक्टर को कई दिनों तक रिपोर्ट का इंतजार भी नहीं करना होगा और रिपोर्ट विश्वसनीय भी होगी। कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि मशीन अभी तक शहर के किसी भी अस्पताल में नहीं है।

prime article banner

उल्लेखनीय है कि ईएसआइसी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज में कैंसर का इलाज शुरू हो गया था, लेकिन सैंपलों को जांच के लिए निजी लैब में भेजा जाता था। इससे सैंपल की रिपोर्ट आने में काफी समय लगता है। ईएसआइसी अस्पताल में फरीदाबाद सहित पलवल, होडल, हथीन, मेवात, नूंह, पानीपत, सोनीपत, कैथल झज्जर आदि जिलों से मरीज भी इलाज के लिए आते हैं। रोजाना करीब 15 सैंपलों की जांच की जाती है। मरीजों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए कॉलेज प्रबंधन की ओर से बायोमारकर नामक एडवांस डायग्नोज मशीन मंगाई गई है। इस मशीन से कैंसर और लीवर जांच जैसी बीमारियों की रिपोर्ट अगले दिन ही मिल सकेगी। अन्य अस्पतालों से भी आ रहे हैं सैंपल

ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल होने और सुविधाएं बेहतर होने के चलते दिल्ली एनसीआर में स्थित ईएसआइसी अस्पतालों से भी सैंपल जांच के लिए आ रहे हैं। एडवांस तकनीक से लैस नई जांच मशीन लगने से अधिकारियों और कर्मचारियों को काफी राहत मिली है। बायोमारकर सबसे एडवांस मशीन है, जो की पूरी कंप्यूटराइज है। इसमें एक साथ 1200 सैंपल की जांच एक साथ संभव है। लैब को अपग्रेड किया जा रहा है। इसके लिए लैब में एडवांस तकनीक पर आधारित मशीन लगाई गई है। इसकी शुरुआत बुधवार को ईएसआइसी के महाप्रबंधक राजकुमार द्वारा की जाएगी। इसके बाद मशीन से सैंपलों की नियमित जांच शुरू कर दी जाएगी।

-डॉ. अनिल पांडे, रजिस्ट्रार, ईएसआइसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.