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असावटी में बापू हुए थे गिरफ्तार, अब चुनाव गड़बड़ी के चलते चर्चा में

ठीक सौ साल बाद फरीदाबाद-पलवल की सीमा के बीचों-बीच स्थित गांव असावटी एक बार फिर राष्ट्रीय फलक पर चर्चा में है। असावटी गांव के बूथ नंबर-

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 May 2019 08:11 PM (IST)Updated: Tue, 14 May 2019 08:11 PM (IST)
असावटी में बापू हुए थे गिरफ्तार, 
अब चुनाव गड़बड़ी के चलते चर्चा में
असावटी में बापू हुए थे गिरफ्तार, अब चुनाव गड़बड़ी के चलते चर्चा में

सुशील भाटिया, फरीदाबाद : ठीक सौ साल बाद फरीदाबाद-पलवल की सीमा के बीचों-बीच स्थित गांव असावटी एक बार फिर राष्ट्रीय फलक पर चर्चा में है। असावटी गांव के बूथ नंबर-88 पर लोकसभा चुनाव के दौरान गड़बड़ी सामने आई, जिसका वीडियो वायरल होने पर प्रिट व इलेक्ट्रानिक्स मीडिया में मामला छा गया और इस कारण फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी व जिला उपायुक्त आइएएस अतुल कुमार पर भी गाज गिर गई। यह ऐसा पहला मौका है जब चुनाव में गड़बड़ी की गाज किसी जिला उपायुक्त पर गिरी हो।

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हम जिस 100 साल की घटना का जिक्र कर रहे हैं, उसका संबंध राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से जुड़ा है। ब्रिटिश हुकूमत ने जब दमनकारी रोलट एक्ट लागू किया था, तो इसका विरोध होना शुरू हो गया था। महात्मा गांधी इसके खिलाफ सत्याग्रह में भाग लेने के लिए रेलमार्ग से अमृतसर जा रहे थे। अंग्रेज शासकों को इसकी भनक लग गई और उन्होंने असावटी गांव के पास ट्रेन रुकवा कर 10 अप्रैल-1919 को महात्मा गांधी को गिरफ्तार करवा दिया। तब असावटी में घना जंगल हुआ करता था, सुरक्षा कारणों से महात्मा गांधी को पलवल रेलवे स्टेशन ले जाकर हिरासत में रखा गया। तब से ही गांव असावटी व पलवल बापू की यादों को संजोए हुए है। महात्मा गांधी की गिरफ्तारी तब राष्ट्रीय स्तर पर अखबारों की सुर्खियां बनी थीं। गांव में गांधी घर भी बना हुआ है, जिसका उद्घाटन करने 30 अक्टूबर-1957 को प्रथम राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद आए थे। यहीं पर बापू की प्रतिमा भी स्थापित है। पलवल रेलवे स्टेशन पर स्मारक स्थल भी है।

अब इस घटना को पूरे 100 साल हो गए हैं और ठीक 100 साल एक महीने बाद 12 मई-2019 के दिन जब लोकसभा चुनाव थे, तब गांव असावटी में एक बूथ पर चुनाव एजेंट द्वारा गड़बड़ी कराने का मामला सामने आया। यह घटना एक वीडियो के वायरल होने से राष्ट्रीय स्तर पर छा गई, जिस पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए आइएएस स्तर के निर्वाचन अधिकारी तक को बदलने के आदेश जारी कर दूसरे अधिकारी की नियुक्ति कर दी। इस तरह तब गांव गौरवान्वित हुआ था और अब असावटी गलत कारणों से चर्चा में है। यहां अब 19 मई के दिन बूथ नंबर 88 पर फिर मतदान होगा।

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