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बाजारों में दिखने लगी दिवाली की रौनक

स्कूलों की छुट्टियां लगने के साथ ही बाजारों में लोगों के कदम पड़ने लगे हैं। शहर के मुख्य बाजार एक नंबर, पांच नंबर, सेक्टर-15, सेक्टर-7 व 10 की मार्केट, बल्लभगढ़ और ओल्ड फरीदाबाद के मुख्य बाजार दिवाली की खरीदारी से बाजार गुलजार होते दिखाई दे रहे हैं। शहर की मुख्य सड़कों पर घर की साज-सज्जा और त्योहार की सामग्री की दुकानें, स्टाल सज गए हैं। ग्राहकों को लुभाने के लिए दुकानदार इलेक्ट्रानिक्स उत्पादों पर छूट से लेकर फाइनेंस तक की सुविधा दे रहे हैं। फुटकर विक्रेताओं नकद नारायण पर ही भरोसा करते हुए दुकान पर कदम डालने वाले ग्राहकों को अपना माल बेचने की ही जुगत में नजर आए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Nov 2018 04:12 PM (IST)Updated: Sat, 03 Nov 2018 04:12 PM (IST)
बाजारों में दिखने लगी 
दिवाली की रौनक
बाजारों में दिखने लगी दिवाली की रौनक

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : स्कूलों की छुट्टियां लगने के साथ ही बाजारों में लोगों के कदम पड़ने लगे हैं। शहर के मुख्य बाजार एक नंबर, पांच नंबर, सेक्टर-15, सेक्टर-7 व 10 की मार्केट, बल्लभगढ़ और ओल्ड फरीदाबाद के मुख्य बाजार दिवाली की खरीदारी से बाजार गुलजार होते दिखाई दे रहे हैं। शहर की मुख्य सड़कों पर घर की साज-सज्जा और त्योहार की सामग्री की दुकानें, स्टाल सज गए हैं। ग्राहकों को लुभाने के लिए दुकानदार इलेक्ट्रानिक्स उत्पादों पर छूट से लेकर फाइनेंस तक की सुविधा दे रहे हैं। फुटकर विक्रेताओं नकद नारायण पर ही भरोसा करते हुए दुकान पर कदम डालने वाले ग्राहकों को अपना माल बेचने की ही जुगत में नजर आए।

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दिवाली से पहले धनतेरस का भी खास महत्व होता है। इसे लेकर भी शहर के दुकानदारों, खास कर बर्तन विक्रेताओं व इलेक्ट्रानिक्स उत्पाद बेचने वालों ने विशेष तैयारी की है। स्वर्ण आभूषणों की दुकानें भी पूरी तरह से सज कर तैयार हैं।

शहर के एक नंबर बाजार में घर की साज सज्जा के लिए वंदनवार, लटकन, कंदील, आर्टिफिशियल फूल, लड़ियां, स्वागत द्वार पट्टिका, रंगोली, रोशनी के लिए तरह-तरह डिजाइन की मोमबत्तियां, मिट्टी के डिजाइनर दीये, प्रसाद के लिए खील बतासे, गेहूं के लड्डू आदि के स्टाल दुकानों के बाहर लगे हुए थे। इन सबके चलते बाजार की मुख्य सड़कें संकरी हो गई हैं, पर दिवाली के दौरान आम तौर यह सब चलता ही है और इनके बिना रंगत भी नहीं दिखाई देती, हालांकि किसी तरह का हादसा होने पर मुश्किलें भी आती हैं। बाजार में तरह-तरह के उपहारों से सजे स्टाल भी ग्राहकों को अपनी ओर खींच रहे थे। हम इस बार पटाखे नहीं जलाएंगे। ग्रीन पटाखे जलाने की बात हो रही है। अगर बाजार में मिलेंगे, तो वही खरीदेंगे। दिवाली पर खास व्यंजन बनेंगे।

-विनीता, निवासी एनआइटी दिवाली पर घर सजाने के लिए रंगोली का रोल सबसे महत्वपूर्ण होता है। मैंने मार्केट में रेडीमेड रंगोली के सांचे, रेडीमेड रंगोली आदि की खरीद की है।

-शालिनी, निवासी ओल्ड फरीदाबाद


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