Move to Jagran APP

पूर्वोत्तर के कार चोर गिरोहों को भा रहे युवा इंजीनियर

इंजीनियरिग संस्थानों से पासआउट युवा पूर्वोत्तर राज्यों के संगठित कार चोर गिरोहों के लिए काम करते हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 06:05 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 05:15 AM (IST)
पूर्वोत्तर के कार चोर गिरोहों 
को भा रहे युवा इंजीनियर
पूर्वोत्तर के कार चोर गिरोहों को भा रहे युवा इंजीनियर

हरेंद्र नागर, फरीदाबाद : इंजीनियरिग संस्थानों से पासआउट युवा पूर्वोत्तर राज्यों के संगठित कार चोर गिरोहों को खूब भा रहे हैं। मणिपुर में छापेमारी के दौरान फरीदाबाद की क्राइम ब्रांच टीम को इन गिरोह के वारदात के तरीकों के बारे में काफी जानकारी मिली है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, पूर्वोत्तर राज्यों से कई कार चोर गिरोह संचालित हो रहे हैं। इनकी प्राथमिकता महंगी कारें हैं। हालांकि इन कारों का लॉकिग सिस्टम कंप्यूटर आधारित होता है, जिसे खोलना आसान नहीं होता। इंजीनियर होने के चलते ये युवा ऑटोमेटिक कारों का लॉक चुटकियों में खोलने में माहिर होते हैं। ऐसे में मोटी कमाई का लालच देकर इन्हें गिरोह में शामिल किया जा रहा है।

loksabha election banner

गिरोह में इन युवाओं को 'मास्टर की' के नाम से जाना जाता है। हर गिरोह में ऐसी आठ से दस 'मास्टर की' होते हैं। पूरे देश में कार चोरी करने वाले इन गिरोह की पसंद दिल्ली-एनसीआर के अलावा मुंबई, चेन्नई, कोलकाता जैसे मेट्रो सिटी हैं, क्योंकि यहां कम दायरे में अधिक कारें मिल जाती हैं। जहां चोरी करनी होती है, वहां 'मास्टर की' को हवाई जहाज से भेजा जाता है। ये एक बार में पांच से छह कारों को निशाना बनाते हैं और हवाई जहाज से वापस लौट जाते हैं। इनका काम केवल कार का ईसीएम (इंजन कंट्रोल मॉड्यूल) हैक कर लॉक खोलने का होता है। कार ले जाने वाले अलग होते हैं। एक कार का लॉक खोलने के लिए इन्हें आसानी से पांच से आठ हजार रुपये मिलते हैं। कार का कंप्यूटर आधारित लॉकिंग सिस्टम को ये दो मिनट से भी कम समय में खोल लेते हैं। छापेमारी में क्राइम ब्रांच को मिली अहम कामयाबी

क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 पुलिस ने पिछले दिनों मणिपुर के कार चोर गिरोह से जुड़े अबंग मेहताब व कबीर अहमद नाम के युवकों को गिरफ्तार किया था। इनमें से अबंग मेहताब एमफिल पास है और पीएचडी की तैयारी कर रहा है। दोनों का काम चोरी की कारें मणिपुर तक पहुंचाने का था। इंस्पेक्टर विमल कुमार, सब इंस्पेक्टर रविदर और सिपाही मनोज सहित पांच लोग की टीम दोनों को लेकर इस वक्त मणिपुर में छापेमारी कर रही है। छापेमारी में टीम वहां कारों के दो रिसीवर पर शिकंजा कसने में कामयाब हुई है। शुक्रवार को टीम वापस लौटेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.