स्वाभिमान को ठेस पहुंचाना जगतार को नहीं था बर्दाश्त
क्राइम ब्रांच द्वारा दबोचे गए तीन आरोपित में से मुख्य आरोपित जगतार ने पूछताछ में कबूला कि गाली देने पर भी गुस्सा हो जाता था।
प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद : स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने पर 42 वर्षीय जगतार ¨सह इतना गुस्सा हो जाता था कि हत्या जैसी वारदात को अंजाम दे देता था। कुछ एक वारदातें ऐसी भी सामने आई हैं। मुजेसर औद्योगिक सेक्टर के एक पार्क में 29 अप्रैल 2018 को भी पैसों के लेनदेन के समय जगतार के साथ अर¨वद ने उसे गाली दे दी थी जो जगतार को बर्दाश्त नहीं हुई। जागरण से बातचीत में भी जगतार ने बताया कि जानबूझकर गलती करने वाले उसे बर्दाश्त नहीं थे। बदतमीजी तो बर्दाश्त होती ही नहीं थी। ऐसा करने वाले को वह मार देता था। उसने बताया कि 1997-98 से वह वारदात कर रहा है और 2005 में कुरुक्षेत्र में पहली हत्या की थी। तीन और थे टारगेट पर
जगतार ¨सह ने बताया कि अभी वह तीन युवकों की हत्या करने वाला था। तीनों फरीदाबाद में ही रहते हैं। इनमें से एक ललित भी था जो हाल ही में जेल से बाहर आया था। अगर पुलिस उन्हें नहीं पकड़ती तो जल्दी ही तीनों की हत्या कर देता। 108 बार मंत्र जपता था
जगतार अपने आप को काली माता का भक्त बताता था और किसी भी वारदात को अंजाम देने से पहले 108 बार मंत्र का जाप करता था। मंत्र का जाप करते समय उसकी आंखें लाल हो जाती थी और वह गुस्से से तमतमा जाता था। जगतार के अनुसार उसके एक गुरु ने उसे ऐसा करने के लिए कहा था। रेलवे स्टेशन पर की कई वारदात
जगतार व उसके साथी अधिकतर ट्रेन से सफर करते थे। इस दौरान स्टेशन व ट्रेन के अंदर लूटपाट व हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस की माने तो कई केस ऐसे भी हैं जिनमें जगतार पत्थर मारकर हत्या कर शव ट्रैक पर फेंक देता था लेकिन उनकी जानकारी नहीं मिल सकी है। फोन और मकान नहीं था आरोपित के पास
जगतार के पास मोबाइल फोन व मकान नहीं था। बाहर जिले में जाने पर होटल में रुक जाता था और यहां मुजेसर में फुटपाथ पर ही सो जाता था। वह कहता था पैसे वाला ही मेरा शिकार है। जहां कहीं कोई पैसे वाला दिखाई दिया, उससे लूटपाट की, ना दिए तो उसके साथ मारपीट की या हत्या कर दी।
कई बार पकड़ा गया लेकिन नहीं उगला राज
जगतार ¨सह अनेक बार पकड़ा गया लेकिन अभी तक एक भी हत्या का राज नहीं उगल सका था। यहां तक कि फरीदाबाद की क्राइम ब्रांच भी एक बार आरोपित को चोरी के केस में पकड़कर पूछताछ कर छोड़ चुकी थी। क्राइम ब्रांच सेक्टर-17 के इंचार्ज विमल कुमार ने अलग व सख्ती से पूछताछ करने पर जगतार टूटा और सबकुछ उगल दिया।