Move to Jagran APP

मुख्यमंत्री के रोड शो में जेब कतरी सामान्य बात

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: 28 अप्रैल को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के एनआइटी में रोड शो के द

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Apr 2018 07:43 PM (IST)Updated: Mon, 30 Apr 2018 07:43 PM (IST)
मुख्यमंत्री के रोड शो में 
जेब कतरी सामान्य बात
मुख्यमंत्री के रोड शो में जेब कतरी सामान्य बात

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद:

loksabha election banner

28 अप्रैल को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के एनआइटी में रोड शो के दौरान जेब कतरों ने सुरक्षा में सेंध लगाई। काफिले में घुसकर कई लोगों की जेब काट दी। मगर पुलिस के लिए यह सामान्य बात है। शायद यही कारण है कि पूरे मामले को पुलिस सुरक्षा में चूक की तरह लेने की बजाय जेब में सेंध लगाने की वारदात को सामान्य ले रही है। टीम गठित करना तो दूर की बात मामले की जांच के लिए किसी अधिकारी की जिम्मेदारी भी नहीं तय की गई है।

पुलिस प्रवक्ता का कहना है कि मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं, जेबकतरों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने जांच के लिए किसी की जिम्मेदारी लगाए जाने से इंकार किया।

फरवरी में सूरजकुंड मेले के उद्घाटन समारोह में मंत्रियों, अधिकारियों सहित कई महत्वपूर्ण लोगों व मीडियाकर्मियों की जेब कटी थीं। उस घटना से केवल पुलिस ने इतना सबक लिया कि इस बार रोड शो से पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हुई बैठक में अधिकारियों को आगाह कर दिया।

शहरवासी इसे मुख्यमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक की तरह देख रहे हैं। रोड सेफ्टी के लिए काम करने वाले देवेंद्र ¨सह का कहना है कि पहले सूरजकुंड में जेब कतरी की एक दर्जन से अधिक वारदातों से देशभर में फरीदाबाद की छवि खराब हुई थी। अब मुख्यमंत्री के रोड शो में फिर यही कहानी दोहराई गई। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री का रोड शो जिप्सी पर उल्टा तिरंगा लगने और जेब कतरी की वारदातों के लिए ज्यादा चर्चित हुआ। जिप्सी पर उल्टा तिरंगा लगे होने पर कार चालक को निलंबित कर दिया गया, मगर पूरे जिले की पुलिस की मौजूदगी के बावजूद जेब कतरी होने के लिए किसी पर जिम्मेदारी नहीं डाली गई। ऐसे तो बड़े कार्यक्रमों में जेब कतरी चलन बन जाएगा। इन्हें महंगा पड़ा सीएम का रोड शो

मुख्यमंत्री के रोड शो के दौरान एनआइटी निवासी सीपी कालड़ा की जेब से किसी ने उस समय पर्स पर हाथ साफ कर दिया, जब वे मुख्यमंत्री को फूलमाला देने के लिए बढ़े। पर्स में 22 हजार रुपये थे। ज्ञानचंद जुनेजा का भी पर्स निकाला गया। उसमें जरूरी कागजात थे।

एनआइटी-5 निवासी अनिल भाटिया के 42 हजार रुपये, उद्योगपति बीआर भाटिया के चाचा प्रभु दयाल भाटिया का मोबाइल, तोची गुरुद्वारा के प्रधान शरण भाटिया का पर्स और संजय भाटिया का भी पर्स गायब हुआ था। भाजपा निगरानी समिति बड़खल विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष आनंद कांत भाटिया के 32 हजार उड़ा लिए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.