स्मार्ट सिटी के बाईपास पर तीसरी आंख का पहरा
अपराध कर भागने वाले और यातायात संचालन बेहतर करने के लिए बाईपास पर तीसरी आंख का पहरा लगा दिया गया है।
प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद : अपराध कर भागने वालों पर नजर रखने के लिए और यातायात संचालन बेहतर करने के लिए बाईपास पर तीसरी आंख का पहरा लगा दिया गया है। सेक्टर-37 से 59 तक 26 किलोमीटर लंबी बाईपास के सभी चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। अधिकतर चौराहों पर लग चुके हैं। सात चौराहों पर लगे कैमरों को कंट्रोल कमांड सेंटर से जोड़ा जा चुका है, यानि यहां की प्रत्येक गतिविधि कैद हो रही है। बाकी जगह कैमरे लगाने और उनके ऑप्टिकल फाइबर केबल से जोड़ने का काम चल रहा है। शहर की बढ़ेगी सुरक्षा
सीसीटीवी के जरिए शहर की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि कैमरे लगने के बाद अपराधियों पर प्रभावी ढंग से नकेल कसी जा सकेगी। खासकर महिलाओं, लड़कियों और बुजुर्गों पर होने वाले अपराधों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। साथ ही कहीं यातायात जाम, जलभराव, पुलिसकर्मियों की लापरवाही और यातायात नियमों के उल्लंघन की तस्वीरें भी कंट्रोल रूम में होंगी। हर चौराहे पर 4 से 6 कैमरे
स्मार्ट सिटी के सलाहकार एनके कटारा के अनुसार पूरे शहर में 261 स्मार्ट पोल लगा दिए हैं। जिनमें से 210 लोकेशन पर कैमरे लगा दिए गए हैं। इनमें से 19 जगह लगाए गए कैमरों को चालू कर दिया गया है जिनमें 7 लोकेशन बाईपास की हैं। बाकी 12 लोकेशन एनआइटी जोन की हैं। अगले हफ्ते तक 14 लोकेशन पर भी कैमरे चालू कर दिए जाएंगे। बाकी जगह भी कैमरे लगाने की प्रक्रिया जारी। एक लोकेशन पर 4 से 6 कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि चौराहों के चारों ओर की रिकॉर्डिंग कर नजर रखी जा सके। कमांड एंड कंट्रोल सेंटर शुरू
सेक्टर-20ए में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बना दिया गया है। यातायात व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट का नियंत्रण इसी केंद्र में होगा। इसी केंद्र में वाहनों के सड़क पर जाम होने या फिर गलत पार्किंग होने या दुर्घटना आदि की सूचना भी दी जा सकेगी। चौराहों पर लगेंगे ऐसे कैमरे
पहले चरण में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, जल्द खास तरह के एनपीटी (नंबर प्लेट डिटेक्टर) कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे दूर से ही वाहनों की नंबर प्लेट को सेंसर के माध्यम से स्कैन कर लेंगे। चौराहों पर 30 सेकेंड से अधिक समय तक जाम लगने पर इसकी सूचना ऑटोमेटिक सेंटर पर चली जाएगी। चौराहे पर रेड लाइट जंप करने वालों पर नजर रखी जा सकेगी। चेहरा पहचानने वाले कैमरे मार्केट व भीड़भाड़ वाले इलाके में लगाए जाएंगे। इसकी खासियत यह होगी कि यदि भीड़ में से किसी एक आदमी को गौर से देखना है तो इस सीसीटीवी कैमरे से आसानी होगी। इससे फोटो साफ दिखाई देगी। रात को दौड़ने वाले वाहनों पर विशेष निगाह रखी जा सकेगी। पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के बारे में भी पूरी जानकारी सेंटर में होगी। स्मार्ट सिटी के तहत कैमरे लगाए जा रहे हैं। किसी भी स्मार्ट शहर के लिए जरूरी है वहां की यातायात और बेहतर कानून व्यवस्था। आज के युग में इन दोनों के लिए तकनीक का सहारा जरूरी है। इसलिए पूरे शहर के मुख्य चौराहे को सीसीटीवी से कवर किया जा रहा है।
-डॉ.गरिमा मित्तल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, स्मार्ट सिटी।