बैंक ने दूसरे के खाते में डाली मुआवजा राशि
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: जमीन अधिग्रहण के बदले जिला राजस्व विभाग की तरफ से किसान को मिल
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: जमीन अधिग्रहण के बदले जिला राजस्व विभाग की तरफ से किसान को मिली 50 लाख रुपये की मुआवजा राशि बैंक की गलती की वजह से किसी अन्य के खाते में पहुंच गई। जब किसान के खाते में रुपये नहीं पहुंचे तो उसने राजस्व विभाग से संपर्क किया। जांच में राशि किसी दूसरे के खाते में पहुंचने की बात सामने आई। अब राजस्व विभाग की तरफ से बैंक कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस जांच करेगी की यह लापरवाही से हुआ या कि किसी ने जानबूझकर ऐसा किया है।
जिला राजस्व अधिकारी एवं भूमि अधिग्रहण अधिकारी ने 23 अप्रैल 2018 को नीलम-बाटा सड़क पर ¨सडीकेट बैंक की मुख्य शाखा को पत्र लिखकर 464 किसानों के बैंक खातों में मुआवजा राशि डालने का अनुरोध किया था। पत्र मिलने के बाद बैंक ने सभी किसानों के बैंक खातों में राशि भेज दी। इनमें से बाबू नाम के किसान के बैंक खाते में यह रकम नहीं पहुंची। उसने इस बारे में पटवारी से संपर्क किया। इस पर पटवारी ने बैंक अधिकारियों से जानकारी मांगी। बैंक की ओर से बताया गया कि किसान को भेजे जाने वाली करीब 50 लाख रुपये की धनराशि दिल्ली निवासी नसीम अहमद के खाते में डाल दी गई है। जिला राजस्व अधिकारी ने पुलिस को बताया है कि दिल्ली निवासी नसीम अहमद जमीन मालिक नहीं था, फिर भी बैंक ने उसके बैंक खाते में नकदी डाल दी थी। इधर पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की, तो उसका एक्सिस बैंक खाते में जो दिल्ली का पता है, वो फर्जी पाया गया। इसके बाद पुलिस ने उसके मेवात के गांव के पते पर पहुंची, जहां उसके मां-बाप ने बताया कि उन्होंने नसीम को अपनी जमीन-जायदाद से बेदखल कर दिया है। अब पुलिस उसके अन्य संपर्क सूत्रों के जरिए सरगर्मी से तलाश रही है।