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घरेलू नुस्खे अपना कर हो सकता है अस्थमा से बचाव

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: औद्योगिक नगरी में प्रदूषित वातावरण में सांस के रोगी बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 May 2017 07:22 PM (IST)Updated: Mon, 01 May 2017 07:22 PM (IST)
घरेलू नुस्खे अपना कर हो सकता है अस्थमा से बचाव
घरेलू नुस्खे अपना कर हो सकता है अस्थमा से बचाव

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: औद्योगिक नगरी में प्रदूषित वातावरण में सांस के रोगी बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सावधानी बरती जाए तो अस्थमा से बचाव संभव है। घरेलू नुस्खे अपना कर भी स्वस्थ रहा जा सकता है। आंकड़ों पर नजर डालें तो सरकारी अस्पताल में रोजाना 20 से ज्यादा अस्थमा के मरीज आते हैं। निजी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को जिला स्वास्थ्य विभाग के पास अलग से कोई रिकार्ड नहीं है।

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ये हैं लक्षण

-आमतौर पर बेचैनी महसूस होती है।

-कई बार सिर भारी-भारी जैसा लगता है।

-जोर-जोर से सांस लेने के कारण थकावट महसूस होती है।

-कई बार स्थिति बिगड़ जाने पर उल्टी भी हो सकती है।

सिगरेट-बीड़ी के धुंए से बचें तो ही बेहतर है

प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रताप चौहान बताते है की आयुर्वेद में ऐसी औषधियां मौजूद है जो अस्थमा के इलाज के लिए अत्यंत प्रभावशाली हैं। अस्थमा रोगियों के लिए ये उपाय प्रयोग में लाने चाहिए। लहसुन, दमा के इलाज में काफी कारगर साबित होता है। 30 मिली दूध में लहसुन की पांच कलियां उबालें और इस मिश्रण का हर रोज सेवन करने से दमे में शुरुआती अवस्था में काफी फायदा मिलता है। अदरक की गरम चाय में लहसुन की दो पिसी कलियां मिलाकर पीने से भी अस्थमा नियंत्रित रहता है। सुबह और शाम इस चाय का सेवन करने से मरीज को फायदा होता है।

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प्रदूषण बढ़ा रहा है सांस की तकलीफ

-आजकल प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण अस्थमा का खतरा काफी बढ़ गया है।

-वातावरण में शुद्ध वायु की कमी हो गई है, इसका सबसे ज्यादा असर अस्थमा के मरीजों पर पड़ता है।

-आजकल बच्चे और वृद्ध भी अस्थमा की चपेट में आ रहे हैं।

-जिन लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। वे जल्दी अस्थमा की चपेट में आते हैं।

-पौष्टिक आहार लें। प्रदूषित वातावरण में जाने से बचें।

-जब कभी धूल भरी आंधी आए तो ऐसे वातावरण में अस्थमा रोगी न जाएं, उनकी परेशानी बढ़ सकती है।

-सांस की नली सिकुड़ जाती है। इस नली में धूल के कण प्रवेश करते हैं तो दिक्कत बढ़ जाती है।

-डॉ. मानव मनचंदा, श्वास रोग विशेषज्ञ, एशियन अस्पताल।

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घेरलू नुस्खे अपनाएं

-4-5 दाने लौंग लेकर एक गिलास पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो छान लें। इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पानी पीएं। ऐसा काढ़ा बनाकर दिन में तीन बार पीने से रोग नियंत्रित होता है।

-तुलसी के 15-20 पत्ते पानी से साफ कर लें फिर उन पर काली मिर्च का पाउडर खाने से सांस की तकलीफ में राहत मिलती है।

-अस्थमा को काबू करने को हल्दी एक चम्मच दो चम्मच शहद में मिलाकर चाट लें

-एक चम्मच हल्दी एक गिलास दूध में मिलाकर पीने से भी राहत मिलती है।

-डॉ. ऋषिपाल चौहान, निदेशक, जीवा आयुर्वेदा।


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