कड़ाके की ठंड के बीच खुले में प्रेक्टिस करने को मजबूर पहलवान
सुरेश मेहरा, भिवानी मिनी क्यूबा भिवानी के पहलवान यूं कैसे अर्जुन बन पाएंगे। भीम स्टेडियम में
सुरेश मेहरा, भिवानी
मिनी क्यूबा भिवानी के पहलवान यूं कैसे अर्जुन बन पाएंगे। भीम स्टेडियम में 150 से ज्यादा पहलवान कड़ाके की ठंड के बीच भी वे खुले में पसीना बहाने को मजबूर हैं। एक छोटा कुश्ती हाल है उसमें पहलवान कम ही अभ्यास कर पाते हैं। शेड और कुश्ती हाल नहीं होने के चलते दर्जनों पहलवान, दिल्ली, हिसार और जींद के अखाड़ों में जाकर अभ्यास करने लगे हैं। यूं कहें कि सुविधाओं के अभाव में वे भिवानी से पलायन कर चुके हैं। वैकल्पिक व्यवस्था की बात की जाए तो स्टेडियम में फेसिलेशन सेंटर का हाल अस्थायी तौर पर अभ्यास के लिए इन पहलवानों को दिया जा सकता है। इसके लिए पहलवान विधायक, उपायुक्त और जिला खेल अधिकारी से मिल भी चुके हैं। लेकिन अभी तक इन पहलवानों के लिए अस्थायी व्यवस्था तक नहीं हो पाई है।
खिलाड़ियों के मुताबिक करीब 6 माह पहले लगभग 10 लाख रुपये की लागत से शेड बनाने के लिए मंजूरी मिल गई थी। लेकिन इसके बाद न जाने क्या हुआ शेड बनाने का कार्य भी अधर में लटक कर रह गया। ठंड से बचने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था ही करा दो
इंटर यूनिवर्सिटी खेलों में पदक जीत चुके पहलवान आकाश, आशीष आदि ने बताया कि भीम स्टेडियम में मैट तो हैं पर कुश्ती हाल नहीं मिलने के चलते उनको कड़ाके की ठंड में बाहर खुले मैदान में मैट लगाकर अभ्यास करना पड़ता है। जिससे बहुत परेशानी होती है। ज्यादा नहीं तो उनके लिए कम से कम वैकल्पिक व्यवस्था ही करा दी जाए। हर रोज मैट लगाने में होता है समय खराब
भीम स्टेडियम में अभ्यास करने वाले पहलवानों ने बताया कि हर रोज उनको मैट बाहर खुले मैदान में लगाना पड़ता है। इसे लगाने और वापस रखने में ही हर रोज एक घंटे से ज्यादा का समय खराब हो जाता है। वह अभ्यास में भी पूरा समय नहीं दे पाते। मुख्यमंत्री ने की थी मल्टीपर्पज हाल बनाने की घोषणा, अब तक नहीं बना
पहलवानों ने बताया कि भिवानी में एक करोड़ इनाम वाले भारत केसरी दंगल का आयोजन इस साल मार्च माह में कराया गया था। उस समय मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने भीम स्टेडियम में करीब 23 करोड़ की लागत से मल्टीपर्पज हाल बनाने की घोषणा की थी। आज तक वह हाल नहीं बन पाया है। खिलाड़ियों को उसके बनने का इंतजार है। वर्जन::::::::
भीम स्टेडियम में 150 के लगभग पहलवान अभ्यास करने के लिए आते थे। लेकिन अब ठंड ज्यादा हो गई है ओर खुले में अभ्यास करना पड़ता है इसलिए 70-75 पहलवान ही अभ्यास के लिए पहुंच रहे हैं। शेड या वैकल्पिक व्यवस्था के लिए खिलाड़ी डीएसओ, उपायुक्त अंशज ¨सह ओर विधायक घनश्याम सर्राफ से भी गुहार लगा चुके हैं। अधिकारी खिलाड़ियों की समस्या को लेकर संजीदा हैं। उम्मीद है ज्यादा नहीं तो वैकल्पिक व्यवस्था हो जाएगी।
सुरेश, कुश्ती कोच वर्जन::::::::
हम खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं दे रहे हैं। अब हाल है ही नहीं तो कैसे सुविधा दें। फिर भी जितना है हम खिलाड़ियों के लिए बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं।
जेजी बनर्जी, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी
भिवानी। वर्जन::::::::::
पहलवानों की समस्या को लेकर हम उपायुक्त से भी मिले थे। शेड के लिए भी मांग की थी। इसके अलावा वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कहा था। उपायुक्त ने भी भरोसा दिया था कि फेसिलेशन सेंटर हाल हैंड ओवर होने के बाद ही इस पर विचार किया जा सकता है।
घनश्याम सर्राफ, विधायक, भिवानी।