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नौकरी लगवाने के नाम पर ली गई रकम वापस नहीं की तो किया था प्रॉपर्टी डीलर व साथी का अपहरण

प्रॉपर्टी डीलर और उसके दोस्त का अपहरण करके 35 लाख रुपये फिरौती मांगने के मामले का पुलिस ने सोमवार को पर्दाफाश कर दिया। मुख्य आरोपित सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 05:15 AM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2020 06:19 AM (IST)
नौकरी लगवाने के नाम पर ली गई रकम वापस नहीं की तो किया था प्रॉपर्टी डीलर व साथी का अपहरण
नौकरी लगवाने के नाम पर ली गई रकम वापस नहीं की तो किया था प्रॉपर्टी डीलर व साथी का अपहरण

जागरण संवाददाता, भिवानी : प्रॉपर्टी डीलर और उसके दोस्त का अपहरण करके 35 लाख रुपये फिरौती मांगने के मामले का पुलिस ने सोमवार को पर्दाफाश कर दिया। मुख्य आरोपित सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामला पैसे लेकर नौकरी लगवाने का झांसा देने का है, जिसमें न तो नौकरी लगवाई और न ही ली गई राशि लौटाई। इस पर धोखाधड़ी करने वाले का अपहरण कर 35 लाख रुपये मांगे गए थे। सदर थाना पुलिस के हत्थे मुख्य आरोपित ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर प्रॉपर्टी डीलर व उसके साथी का अपहरण किया और उनकी ही स्कॉरपियो गाड़ी में तीन दिन तक बंधक बनाए रखा। पुलिस ने आरोपितों को अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है।

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गांव मधमाधवी निवासी अमित ने 30 मई को सदर थाना में शिकायत दी थी कि 27 मई को मानहेरू निवासी अनिल ने अपने तीन साथियों के साथ उसका व उसके साथी रमेश का गाड़ी सहित अपहरण कर लिया। आरोपितों ने 35 लाख की फिरौती मांगी जो ना मिलने पर तीन दिन बाद चरखी दादरी के गांव हडौदी में छोड़कर फरार हो गए। शिकायत पर सदर थाना प्रभारी श्रीभगवान ने एएसआइ राकेश पिलानिया के नेतृत्व में पुलिस टीम बनाई। इस टीम ने अपहरण के मुख्य आरोपित मानेहरू निवासी अनिल, उसके साथी चरखी दादरी निवासी अभिषेक व गांव फतेहगढ़ निवासी योगेश को काबू किया। सेना में नौकरी के नाम पर की थी ठगी

पुलिस के अनुसार आरोपित अनिल ने बताया है कि अमित ने उसके भाई सुनील को टेरीटोरियल आर्मी में नौकरी दिलाने और खुद अनिल को दिल्ली एफसीआइ में क्लर्क के पद पर नौकरी लगवाने के लिए छह लाख रुपये लिये थे। ढाई साल पहले उससे यह रकम ली गई थी। जब अनिल को ना नौकरी मिली और ना पैसे वापस मिले तो उसने अपने पांच अन्य साथियों के साथ मिलकर अमित व उसके साथी रमेश का अपहरण कर लिया। मामले की जांच कर रहे सदर थाना प्रभारी श्रीभगवान ने कहा कि इस मामले में अनिल ने कोई भी शिकायत अभी तक पुलिस को नहीं दी है। अनिल ने पूछताछ में बताया कि अमित से 35 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। इसके लिए वे अमित व उसके साथी को उन्हीं की गाड़ी में तीन दिन तक घुमाते रहे। 30 मई को दोनों को गाड़ी सहित चरखी दादरी के हडौदी गांव में छोड़कर फरार हो गए।

सदर थाना प्रभारी श्रीभगवान ने बताया कि अपहरण के आरोपित अनिल व उसके साथियों अभिषेक और योगेश को गिरफ्तार किया गया है। तीन अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है, पुलिस को उम्मीद है कि वह भी जल्द गिरफ्तारी होंगे।


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