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मृत गोवंश का समाधान न होने पर गोशाला बंद करने की चेतावनी दी

चरखी दादरी जिले में सैकड़ों की संख्या में गोवंश सड़कों पर घूम रह

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 08:47 AM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 06:37 AM (IST)
मृत गोवंश का समाधान न होने पर गोशाला बंद करने की चेतावनी दी
मृत गोवंश का समाधान न होने पर गोशाला बंद करने की चेतावनी दी

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :

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जिले में सैकड़ों की संख्या में गोवंश सड़कों पर घूम रहे हैं व हजारों की संख्या में गोशालाओं में मौजूद हैं। सड़क पर घूम रहे बेसहारा गोवंश वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं वहीं प्रतिदिन गोशालाओं में मरने वाले गोवंश गोशाला संचालकों के लिए परेशानी खड़ी कर रहे हैं। गोशालाओं में मरे हुए गोवंश को दबाने के लिए जगह की कमी है जिसके चलते परेशानियां पेश आ रही हैं। इसी को लेकर गोशाला संघ ने राज्य गोशाला संघ प्रदेशाध्यक्ष शमशेर आर्य की अगुवाई में डीसी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन देने दादरी लघु सचिवालय पहुंचे प्रदेशाध्यक्ष शमशेर आर्य, प्रधान शिव कुमार, दलबीर सिंह, मंजीत दलाल, कुलदीप, गोवर्धन दास, हुक्म सिंह, बलबीर सिंह, नरेंद्र सांगवान, विनोद कुमार इत्यादि ने कहा कि दादरी जिले में 12 गोशाला मौजूद है। जिनमें जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर बेसहारा गोवंश को भेजा जाता है। जिसे गो सेवकों के दान-चंदे के सहयोग से पाला जाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में दादरी जिले की गोशालाओं में करीब 6 हजार गोवंश हैं। लेकिन इन गोशालाओं में प्रतिदिन 15 से 20 गोवंश विभिन्न कारणों से मौत का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मरे हुए गोवंशों को दबाने के लिए गोशालाओं में जगह का अभाव है। जिसके चलते गोशाला संचालकों के लिए इन्हें दबाने की गंभीर समस्या बनी हुई है। गोशाला संघ सदस्यों ने डीसी कार्यालय में ज्ञापन देकर मृत गोवंश के दबाने का प्रबंध कर गोशालाओं की विकट समस्या के समाधान की मांग की।

गोशाला संघ सदस्यों ने कहा कि मरे हुए गोवंशों को दबाने की समस्या विकट बनी हुई है। जिससे जिला प्रशासन को अवगत करवा दिया गया है। यदि समय रहते जिला प्रशासन ने उनकी समस्या पर संज्ञान लेकर समाधान नहीं किया तो वे इन हालातों में गोशालाओं का संचालन करने में असमर्थ हैं। जिसके चलते वे गोशालाओं का संचालन नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो सरकार या जिला प्रशासन गोशालाओं के संचालन की व्यवस्था करें।


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