महिला कुश्ती चैंपियनशिप के दूसरे दिन हुए रोमांचक मुकाबले
जागरण संवाददाता भिवानी यहां की महिला पहलवानों ने ओलिंपिक में मेडल लाकर इस क्षेत्र और
जागरण संवाददाता, भिवानी : यहां की महिला पहलवानों ने ओलिंपिक में मेडल लाकर इस क्षेत्र और देश का नाम रोशन किया है। हरियाणा की बेटियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा पूरे विश्व में मनवाया है। हमें हमारी बेटियों पर गर्व है। ये विचार हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. जगबीर सिंह ने चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के सौजन्य से स्थानीय वैश्य महाविद्यालय में आयोजित 16 वीं अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय महिला कुश्ती चैम्पियनशिप के दूसरे दिन बतौर मुख्यातिथि महिला पहलवानों को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि गांव की बेटियां आज शिक्षा, खेल, चिकित्सा, विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर देश, प्रदेश और अपने क्षेत्र का नाम रोशन कर रही हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आर के मित्तल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय में शिक्षा एवं खेलों को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है। बतौर विशिष्ट अतिथि एसडीएम सतीश कुमार ने पहलवानों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं की भरमार है। अगर सही प्रशिक्षण और वातावरण मिले तो यहां की बेटियों की प्रतिभा का मुकाबला करने विश्व भर में कोई नहीं है।बाक्स
विदेशी मेहमानों ने भी उठाया कुश्ती का लुत्फ
बेल्जियम से आए प्रतिनिधि मंडल में एविल थोनरियल, चेयरस्टिक लम्ब्रिक, इथियोपिया बलू ने कुश्ती मुकाबले देखे। बेल्जियम प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कहा कि उन्हें यह महिला कुश्ती चैम्पियनशिप अच्छी लगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा की बेटियां अपनी खेल प्रतिभा और बेहतर प्रदर्शन के कारण विश्व में प्रसिद्ध हैं। अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय महिला कुश्ती चैम्पियनशिप के संयोजक डीन डा.सुरेश मलिक ने सभी मुख्यातिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद किया। इन्होंने भी किया संबोधित
आदर्श महिला महाविद्यालय की अध्यक्षा एवं प्रसिद्ध समाज सेवी दर्शना गुप्ता, वैश्य महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता, वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष एडवोकेट शिवरतन गुप्ता, प्रबंध समिति महासचिव पवन बुवानीवाला ने बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की और महिला पहलवानों का हौसला बढ़ाया।
द्वितीय शिष्टमंडल में बीएल कपूर अस्पताल के प्रबंध निदेशक डा.अमित मिड्ढा, आरके भटारा, पंकज वत्स ने शिरकत की और प्रतिभागी महिला पहलवानों से परिचय किया। मंच का संचालन डा. हरिकेश पंघाल, डा.रश्मी बजाज और डा.वंदना वत्स ने किया। ये रहे परिणाम
50 किग्रा. महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक की ज्योति प्रथम, डा.बाम विश्वविद्यालय औरंगाबाद की नीलम, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ की दिव्या तोमर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 55 किग्रा भार वर्ग में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक की पिकी ने प्रथम, लवली प्रोफेशनल विश्वविद्यालय लुधियाना की रानी राणा द्वितीय, चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद की मानषी तृतीय स्थान पर विजेता बनीं। 68 किग्रा भार वर्ग में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक की तमन्ना ने प्रथम, चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय भिवानी की निशा ने द्वितीय तथा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ की अंशु गुज्जर ने तृतीय स्थान पर जीत दर्ज कर विजेता रही। 57 किग्रा भार वर्ग में गुरू जंभेश्वर विश्वविद्यालय हिसार की पहलवान अंजू ने प्रथम, डा.आरएमएल विश्वविद्यालय अवध की भारती बघेल ने द्वितीय तथा बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल की गेसू और कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय की पहलवान लक्ष्मी ने तृतीय स्थान पर जीत हासिल की। 65 किग्रा में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक की शैफाली ने प्रथम, चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय की पहलवान भतेरी ने द्वितीय, यूनिवर्सिटी ऑफ मुम्बई की पहलवान मनाली जाधव और गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय की पहलवान प्रिति ने तृतीय स्थान पर जीत हासिल की। 72 किग्रा भार वर्ग में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय की पहलवान निशा ने प्रथम, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक की प्रियंका ने द्वितीय, डीएवी इन्दौर की पहलवान अनेरी सोनकर और गुजरात विश्वविद्यालय की पठान सोनकर ने तृतीय स्थान पर जीत दर्ज की। चैम्पियनशिप के दूसरे दिन कुल सात भार वर्गों के फाइनल मुकाबलों के परिणाम घोषित किये गए। ये रहे मौजूद
इस अवसर पर सुरेश गुप्ता, अखिल भारतीय विश्वविद्यालय एसोसिएशन के पर्यवेक्षक डा.राजेन्द्र खत्री, वैश्य महाविद्यालय ट्रस्ट के अध्यक्ष एडवोकेट शिवरतन गुप्ता, वैश्य महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता महासचिव पवन बुवानीवाला, कोषाध्यक्ष बृजलाल सर्राफ, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की खेल उप निदेशक डा. शकुंतला बैनीवाल, डा.अनिल कलकल, डा.रीना, डा.सतबीर सिंह, डा.नरेन्द्र, पूर्व खेल निदेशक सुखबीर सिंह, प्राचार्य डा.डीएस राजन,सुरेश अत्री, डा.धीरज त्रिखा, दर्शन मिढा सहित अनेक खेल प्रशिक्षक एवं सैकड़ों महिला पहलवान उपस्थित थे।