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पॉलीथिन का प्रयोग जारी, पर्यावरण पर पड़ रहा भारी

चरखी दादरी : जिले में बेरोकटोक तरीके से पॉलीथिन का प्रयोग किया जा र

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 12:22 AM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 12:22 AM (IST)
पॉलीथिन का प्रयोग जारी, पर्यावरण पर पड़ रहा भारी
पॉलीथिन का प्रयोग जारी, पर्यावरण पर पड़ रहा भारी

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :

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जिले में बेरोकटोक तरीके से पॉलीथिन का प्रयोग किया जा रहा है। जबकि एनजीटी के आदेशों के बाद भी अफसरों ने पॉलीथिन को बैन कराने के लिए कोई जहमत नहीं उठाई है। स्थिति यह है कि आस पास के जिलों में तो पॉलीथिन के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन दादरी जिले में स्थिति पूर्ववर्ती दिखाई दे रही है। हालांकि अफसर लोगों से पॉलीथिन का प्रयोग न करने के लिए अनुरोध कर रहे हैं, लेकिन कार्रवाई अभी तक जीरो रही है, जिसके चलते अनुरोध का कोई असर लोगों पर नहीं दिख रहा है।

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते पॉलीथिन के प्रयोग को लेकर एनजीटी ने ¨चता व्यक्त की थी। साथ ही पॉलीथिन का प्रयोग बैन करने के लिए अफसरों को आदेश दिए थे। एनजीटी के आदेश पर हरियाणा की सरकार ने पॉलीथिन प्रयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश अफसरों को दिए थे। इसके बाद भी जिले में अभी तक इसके खिलाफ अभियान नहीं चलाया जा सका है। भिवानी, झज्जर समेत अन्य समीपवर्ती जिलों में पॉलीथिन के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जाता रहा है, लेकिन दादरी में स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।

खुलेआम हो रहा पॉलीथिन का प्रयोग से हालत यह है कि शहर की सड़कों पर पड़े कूड़े में 70 फीसदी से अधिक पॉलिथीन दिखाई देती है। पॉलीथिन विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने से लोग भी बेरोटोक तरीके से पॉलीथिन का प्रयोग कर रहे हैं। पॉलीथिन प्रयोग से काफी नुकसान

पॉलीथिन में रखे खाद्य पदार्थो के खाने से भी लोगों की सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। पॉलीथिन निर्माण के दौरान लगाए जाने वाला कैमिकल खाद्य पदार्थो में मिलकर लोगों की सेहत पर विपरीत प्रभाव डालता है। गर्म खाद्य पदार्थ पॉलीथिन में रखने से पॉलीथिन में लगा केमिकल खाद्य पदार्थो में मिल जाता है। इससे लोगों को सांस, दिल, किडनी संबंधी बीमारी होती हैं। जमीन हो जाती है बंजर

पॉलीथिन का बेरोकटोक प्रयोग जमीन को भी बंजर बनाने का कार्य कर रहा है। इसका मुख्य कारण है कि पॉलीथिन सैकड़ों वर्ष जमीन में दबे रहने के बाद भी नहीं गलती है। साथ ही इसे बनाने के लिए प्रयोग किए जाने वाले कैमिकल और पॉलीथिन जहां जमीन में दबे रहते हैं, वहां पर जमीन पूरी तरह से बंजर हो जाती है। कपड़े के बैग करें प्रयोग : सीएमओ

सीएमओ डा. विरेन्द्र यादव ने बताया कि पॉलीथिन के प्रयोग से लोगों की सेहत को नुकसान हो रहा है। लोगों को जागरुक होने की आवश्यकता है। पॉलीथिन के बजाए कपड़ों के बैग का प्रयोग करना चाहिए। जल्द होगी कार्रवाई : ईओ

नगर परिषद ईओ डा. विजय पाल यादव ने बताया कि पॉलीथिन प्रयोग न करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जल्द ही पॉलीथिन प्रयोग करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।


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