41 दिन बाद शुरू हुई शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों की रजिस्ट्रियां, ऑनलाइन सिस्टम से पहले दिन हुई पांच रजिस्ट्रियां
41 दिनों के लंबे इंतजार के बाद मंगलवार से शहरी व ग्रामीण दोनों ही
सचिन गुप्ता, चरखी दादरी : 41 दिनों के लंबे इंतजार के बाद मंगलवार से शहरी व ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों की जमीनों की रजिस्ट्रियां बननी शुरू हो गई। ई-अपाइंटमेंट लेने के बाद ही रजिस्ट्री प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। हालांकि रजिस्ट्री प्रक्रिया ऑनलाइन होने तथा नियमों में बदलाव होने के कारण अभी लोग जमीनों की खरीद-फरोख्त करने से परहेज कर रहे हैं। जिसके चलते दादरी में पहले दिन केवल पांच ही रजिस्ट्रियां हुई। जिनमें चार सेल डीड तथा एक ब्लड रिलेशन में ट्रांसफर थी। बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा 31 अगस्त को ग्रामीण क्षेत्र में स्थित जमीनों की रजिस्ट्री शुरू कर दी थी। उसके बाद 31 अगस्त को ही सरकार ने पत्र जारी कर एक सितंबर से शहरी क्षेत्र की रजिस्ट्रियां शुरू करने के आदेश दिए थे।
गौरतलब है कि सरकार द्वारा रजिस्ट्रियों में भ्रष्टाचार व गड़बड़ियों को लेकर मिल रही शिकायतों के चलते पूरे प्रदेश में बीती 22 जुलाई से रजिस्ट्रियों पर रोक लगा दी थी। सरकार के आदेशों के अनुसार बीती 17 अगस्त से ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की जमीन की रजिस्ट्रियां ऑनलाइन माध्यम से शुरू होनी थी। लेकिन पहले तो रजिस्ट्रियों में इस्तेमाल होने वाले साफ्टवेयर के न चलने से तथा बाद में उच्च अधिकारियों से निर्देश न मिलने पर रजिस्ट्रियां शुरू नहीं हो सकी थी। अब शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की रजिस्ट्रियां दोबारा से शुरू होने पर लोगों ने भी राहत महसूस की है। हालांकि नियमों में किए गए बदलाव के कारण लोगों में असमंजस का माहौल भी बना हुआ है। पहले दिन हुई पांच रजिस्ट्री
मंगलवार को जमीनों की रजिस्ट्री प्रक्रिया शुरू होने पर दादरी में पांच रजिस्ट्रियां हुई। जिनमें से 4 सेल डीड तथा एक ब्लड रिलेशन में ट्रांसफर थी। दादरी के तहसीलदार अजय कुमार ने बताया कि ये सभी पांचों रजिस्ट्रियां ग्रामीण क्षेत्रों की थी। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में रजिस्ट्री के लिए अभी एक भी ई-अपाइंटमेंट नहीं ली गई है। ई-अपाइंटमेंट के लिए ये जरूरी
जमीनों की रजिस्ट्री करवाने से पहले ई-अपाइंटमेंट लेना जरूरी है। विभाग के पोर्टल पर एक दिन के लिए 100 अपाइंटमेंट दी जा रही है। ई-अपाइंटमेंट लेने के लिए संबंधित जमीन की फर्द, पुरानी सेल डीड की मूल सत्यापित प्रति या नगर परिषद की एसेसमेंट या म्यूटेशन के अलावा दोनों पक्षों की पहचान के लिए आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविग लाइसेंस इत्यादि जरूरी हैं। इनके साथ ही पहचान पत्र सहित दो गवाह भी जरूरी है। यदि एक एकड़ से कम जमीन की रजिस्ट्री करवाई जाती है तो नगर परिषद के क्षेत्र में नगर परिषद से तथा बाहरी क्षेत्र में जिला नगर योजनाकार से एनओसी होना भी जरूरी है। ऑनलाइन की जा रही रजिस्ट्री : तहसीलदार
दादरी के तहसीलदार अजय कुमार ने बताया कि मंगलवार से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित जमीनों की रजिस्ट्री प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि केवल अप्रूव्ड क्षेत्र में स्थित जमीनों की रजिस्ट्री की जा रही है। उन्होंने बताया कि पहले दो कनाल से अधिक जमीन की रजिस्ट्री के लिए एनओसी की जरूरत नहीं होती थी। लेकिन अब नियमों में बदलाव कर इसे बढ़ाकर एक एकड़ कर दिया गया है। अब एक एकड़ से अधिक जमीन की रजिस्ट्री में एनओसी नहीं लेनी होगी। रजिस्ट्री प्रक्रिया को साफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन पूरा किया जा रहा है।