लावारिस पशु वाहन चालकों और राहगीरों के लिए बने मुसीबत
जागरण संवाददाता, भिवानी : शहर की सड़कों पर एकबार फिर लावारिस पशु नजर आने लगे हैं। इ
जागरण संवाददाता, भिवानी : शहर की सड़कों पर एकबार फिर लावारिस पशु नजर आने लगे हैं। इनकी बढ़ती भीड़ के चलते वाहन चालकों और राहगीरों के लिए मुसीबत बढ़ती जा रही है। शहर में नगर परिषद द्वारा लावारिस पशुओं को पकड़ने का अभियान करीब छह माह पहले चलाया गया था। छह माह के अरसे के बाद एकबार फिर पहले वाले हालात बनते नजर आ रहे हैं। इनकी लड़ाई में कई बार हादसे भी हो चुके हैं लेकिन प्रशासन एक तरह से मौन है। शहर वासियों के अनुसार शहर में नंदीशालाएं तो बनी हैं, मगर इनमें व्यवस्थाओं के अभाव के कारण लावारिस पशुओं को आश्रय नहीं मिल पा रहा हैं। कई लावारिस पशुओं को तो नंदीशाला से फिर वापस सड़कों पर अपने ही हाल पर छोड़ दिया गया है, जिससे की वे फिर से लावारिस होकर इधर उधर घुमने लगे हैं। शहरवासियों का कहना है कि लावारिस पशु दिनभर कूड़े कचरे के ढेर पर अपना वर्चस्व पाने के लिए आपस में ही लड़ते रहते हैं। जिससे की राहगीरों को भी हमेशा अपनी जान गंवाने का अंदेशा बना रहता हैं। शहर में इस समय सैकड़ों की संख्या लावारिस पशु शहर की मुख्य सड़कों के साथ-साथ कालोनियों की गलियों में घूम रहे हैं। इन लावारिस पशुओं से आम जनता भी परेशान हैं। ये बच्चों एवं बुजुर्गों को आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं। वहीं राह चलते वाहन चालक भी इनसे दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। वहीं कई दुकानों में लड़ाई के दौरान लावारिस पशु नुकसान भी कर चुके हैं। नगर परिषद के पास भी दर्जनों शिकायतें लावारिस पशुओं के समाधान की दी गई हैं, मगर नगर परिषद के अधिकारी खुद इन लावारिस पशुओं से परेशान हैं।
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शहर में लावारिस पशुओं की धरपकड़ के लिए सोमवार से अभियान चलाया जाएगा। पहले भी लावारिस नंदियों को पकड़ का नंदीशाला भेजा गया है। फिर से शहर में कुछ नंदी नजर आने लगे हैं उनको भी पकड़ कर नंदीशाला भेजा जाएगा।
राजेश महता, सचिव, नगरपरिषद भिवानी।