बच्चों को शोषण व उत्पीड़न से बचाने के लिए उनकी भावनाओं को समझना जरूरी है : हरबीर सिंह
महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वाधान में उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण ईकाई कार्यालय की तरफ से जिला परिषद के मीटिग हाल में वीरवार को एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जेजे एक्ट पोक्सो एक्ट व बाल मजदूरी रोकथाम अधिनियम की विस्तार से जानकारी दी गई।
जागरण संवाददाता, भिवानी : महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वाधान में उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण ईकाई कार्यालय की तरफ से जिला परिषद के मीटिग हाल में वीरवार को एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जेजे एक्ट, पोक्सो एक्ट व बाल मजदूरी रोकथाम अधिनियम की विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगराधीश हरबीर सिंह ने की। नगराधीश हरबीर सिंह ने कहा कि बच्चों के मामले बड़े ही संवेदनशील होते हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेवारी बनती है कि वे बच्चों की भावनाओं को अच्छे से समझें व उनके शारीरिक व मानसिक विकास मे सहयोग करें। उन्होंने कहा कि बच्चों को किसी भी प्रकार से शोषण को बचाना होगा। यह तभी संभव है, जब हम उनकी छोटी से छोटी बात को गंभीरता से लें और उनकी भावनाओं की कदर करें। इससे बच्चों का सर्वागीण विकास हो सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों की हर प्रकार की गतिविधियों पर नजर रखनी जरूरी है
महिला एवं बाल विकास विभाग से जिला कार्यक्रम अधिकारी परिनीता गोस्वामी व जिला बाल संरक्षण अधिकारी नरेन्द्र कुमार ने बताया कि बच्चों को शोषण व उत्पीड़न से बचाने के लिए ही कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। रिसोर्स पर्सन शर्मा व मनोज कुमार विधि एव परीविक्षा अधिकारी ने स्टेक होल्डर्स को जेजे एक्ट, पोक्सो एक्ट व बाल मजदूरी रोकथाम अधिनियम पर विस्तार से जानकारी दी। इस कार्यशाला में बाल कल्याण समिति के सदस्य प्रियंका धूपड़, रोशनलाल व रमेश कुमार, संदीप कुमार, हरिकिशन, आशा ग्रोवर, पिकी, मोनिका व मंजीत ने भाग लिया।