भाजपा सरकार में आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या बढ़ी : ग्रेवाल
जागरण संवाददाता, भिवानी: अखिल भारतीय किसान कांग्रेस की ज्वाइंट को-आर्डिनेटर और दिल्ली व उ
जागरण संवाददाता, भिवानी: अखिल भारतीय किसान कांग्रेस की ज्वाइंट को-आर्डिनेटर और दिल्ली व उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रिया ग्रेवाल ने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों द्वारा आत्महत्या करने की घटनाएं बढ़ी हैं। वह रविवार को निजी रेस्तरां में पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि किसानों को राहत देने के नाम पर केंद्र की सरकार ढकोसला कर रही है। सच्चाई तो यह है कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद पूरे देश में कर्ज के बोझ तले दबे लगभग 50 हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं। हर साल यह संख्या बढ़ती ही जा रही है। देश में हर महीने 70 से अधिक किसान आत्महत्या कर रहे हैं। किसान के लिए खेती घाटे का सौदा बन गया है और 2001 की जनगणना के आंकड़े बताते हैं कि पिछले दस वर्षो में 70 लाख किसानों ने खेती करना बंद कर दिया। 2011 के आंकड़े बताते हैं कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में 1534 किसान अपनी जीवनलीला खत्म कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों को आत्महत्या की हालत तक पहुंचा देने के मुख्य कारणों में खेती का आर्थिक दृष्टि से नुकसानदायक होना, कृषि जोत का छोटा हो जाना तथा किसानों के भरण-पोषण में असमर्थ होना है। इसके लिए सरकार की नीतियां भी जिम्मेवार हैं। 28 राज्यों में से 18 राज्यों में किसान आत्महत्याओं की संख्या में इजाफा हुआ है। जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में किसान आत्महत्याओं में ना के बराबर इजाफा हुआ है, जबकि एक लाख 25 हजार परिवार सूदखोरों के चंगुल में फंसे हैं। उन्होंने बताया कि सूचना के अधिकार कानून के तहत मिली जानकारी के अनुसार देश में 2008 से 2011 के बीच 3,340 किसानों ने आत्महत्या की। इस तरह से हर महीने देश में 70 से अधिक किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
प्रिया ग्रेवाल ने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने से पूर्व अपने घोषणापत्र के माध्यम से स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की बात कही थी। मगर जब किसान दिल्ली में अपने हकों के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हैं तो उनकी आवाज को लाठी के दम पर दबाया जाता है। कांग्रेस किसानों के मुद्दे पर भाजपा को घेरेगी। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा भी कह चुके हैं कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनते ही मात्र छह घंटे के अंदर किसानों के कर्ज माफ किए जाएंगे।
उन्होंने सवाल के जवाब में कहा कि भले ही उनका कार्यक्षेत्र दिल्ली व उत्तर प्रदेश हो यदि पार्टी उन्हें भिवानी क्षेत्र से चुनाव लड़वाती है तो वे यहां की बेटी होने के कारण इस जिम्मेदारी को निभाने में पीछे नहीं हटेंगी। इस अवसर पर कांग्रेस नेता अजीत बामला, प्रदीप गुलिया, प्रेमवती गोयल, सविता मान, साक्षी जैन, जयदीप ग्रेवाल, धीरज अखरिया, ¨रकल तंवर व अमित आदि मौजूद रहे।