पटाखा बम धमाका सुन बंदर कूदा तो छत से नीचे गिरा, सरिया शरीर के पार होने से घायल
जागरण संवाददाता, भिवानी : हुन्नामल प्याऊ के पास बंदरों का झुंड एकत्रित था। कुछ आपस में उ
जागरण संवाददाता, भिवानी : हुन्नामल प्याऊ के पास बंदरों का झुंड एकत्रित था। कुछ आपस में उलझ रहे थे। इसी दौरान कोई पटाखा बम की आवाज सुन कर बंदर ने छत से छलांग लगा दी। साथ ही मकान का निर्माण कार्य चल रहा है। जैसे ही बंदर छत से नीचे कूदा एक सरिया उसके शरीर से आर पार हो गया। इस घटना के चलते यहां पर बंदरों की भीड़ जमा हो गई। आस पास के लोगों ने बंदर को बचाने का प्रयास किया लेकिन बंदरों की भीड़ जमा हो गई।
छत से गिर कर और सरिया शरीर के आरपार होने से गंभीर बंदर की सूचना किसी ने गोरक्षादल के सदस्यों को दी। सूचना मिलते ही गोरक्षा दल के अध्यक्ष संजय परमार, मनीष, अक्षय और उसके साथी मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसी तरह मौके पर बंदरों की भीड़ को खदेड़ा और सरिये में फंसे बंदर को किसी तरह बाहर निकाला। इसके बाद उन्होंने बंदर को उपचार दिया। इस दौरान चिड़ियाघर के कर्मचारी को भी बुलाया गया।
दिवाली के दिन पटाखे जलाना आम बात है। बताया जाता है कि उस दिन पटाखा बम के धमाके से एक बंदर छत से कूद गया। साथ ही बन रहे मकान का सरिया उसके शरीर से पार हो गया। उसे बुरी तरह से तड़फता देख आस पास के लोगों और गोरक्षा दल के सदस्यों ने कड़ी मशक्कत के बाद सरिया बंदर के शरीर से निकाला। उसका उपचार किया और अब उसे चिड़ियाघर में छोड़ा गया है। गांव जताई से भी गंभीर बंदर को बचाया
गांव जताई में भी गंभीर हालत में एक बंदर को गोरक्षा दल के सदस्यों ने बचाया। गोरक्षा दल के सदस्यों ने बताया कि उनको सूचना मिली कि गांव जताई में एक बंदर कीड़ों से परेशान है। उसके हाथ में कीड़े बने थे। उसे पकड़ कर लाया गया और उसका उपचार किया गया। उसे भी अब चिड़ियाघर में छोड़ा गया है। दोनों बंदरों का चिड़ियाघर में उपचार चल रहा है। चिड़ियाघर के इंस्पेक्टर देवीदयाल ने बताया कि वन्य जीवों की चिड़ियाघर में सेवा की जा रही है।