दादरी जिले में स्वाइन फ्लू ने दी दस्तक, गोपालवास के युवक की मौत
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : पिछले कुछ दिनों से पारा गिरने के साथ ही स्वाइन फ्लू अपने पैर
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : पिछले कुछ दिनों से पारा गिरने के साथ ही स्वाइन फ्लू अपने पैर पसारता जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न जिलों के बाद अब दादरी जिले में भी एक व्यक्ति की स्वाइन फ्लू के कारण मौत हो गई। दादरी जिले के गांव गोपालवास निवासी करीब 40 वर्षीय संजय की स्वाइन फ्लू से मौत की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम भी अलर्ट हो गई। चिकित्सकों की एक टीम ने गांव गोपालवास में जाकर पूरी स्थिति की पड़ताल भी की। जिले में स्वाइन फ्लू के कारण एक व्यक्ति की मौत होने से स्वास्थ्य विभाग द्वारा दादरी के सरकारी अस्पताल में भी इस वायरस से निपटने के लिए पूरी तैयारियां कर ली है। बकायदा यहां पर टे¨स्टग किट, दवाओं के अलावा स्वाइन फ्लू से पीड़ित मरीजों के लिए अलग से वार्ड भी बना दिया गया है। ये है स्वाइन फ्लू
विशेषज्ञों का कहना है कि स्वाइन फ्लू श्वसन तंत्र से जुड़ी एक बीमारी है जो ए टाइप के इनफ्लुएंजा वायरस से फैलती है। इस वायरस को एच1एन1 के नाम से जाना जाता है। स्वाइन फ्लू से डरने के बजाय लक्षणों को जानकर सावधानी बरतने तथा समय पर उपचार लेने से इस बीमारी से बचा जा सकता है।
बाक्स :
22 दिसंबर को हुई मौत, अब हुई पुष्टि
जानकारी के अनुसार दादरी जिले के गांव गोपालवास निवासी करीब 40 वर्षीय संजय नामक व्यक्ति की स्वाइन फ्लू के कारण मौत हो गई। अब स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि संजय कुछ समय पहले ही महेंद्रगढ़ में एक शादी समारोह में गए थे। वहां पर उसका संपर्क अन्य प्रदेशों से आए लोगों से हुआ था। वहां से आने के बाद वह बीमार हो गया था। जिस पर परिजन उसे पहले महेंद्रगढ़ उपचार के लिए ले गए। लेकिन वहां पर भी सुधार न होने के बाद उसे राजस्थान के पिलानी में ले जाया गया। उसके बाद उसे हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां पर उसने बीती 22 दिसंबर को स्वाइन फ्लू के कारण दम तोड़ दिया।
बाक्स :
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू में 100 डिग्री से ज्यादा का बुखार आना सामान्य बात है। इसके अलावा नाक का लगातार बहना, छींक आना, नाक जाम होना, मांसपेशियों में दर्द या अकड़न महसूस होना, सिर में दर्द, लगातार खांसी आना, बहुत ज्यादा थकान महसूस होना, बुखार होना तथा दवा खाने के बाद भी बुखार का लगातार बढ़ना, गले में खराश का लगातार बढ़ते जाना स्वाइन फ्लू के मुख्य लक्षण है।
बाक्स :
निम्न बीमारी वाले रहें सचेत
वैसे तो स्वाइन फ्लू छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक किसी को भी हो सकता है। लेकिन वे लोग जो फेफड़ों, किड़नी या दिल की बीमारी, मस्तिष्क संबंधित बीमारियों से ग्रस्त, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग, डायबिटीज वाले लोग, ऐसे लोग जिन्हें पिछले तीन साल में अस्थमा की शिकायत रही हो, वे महिलाएं जो गर्भावस्था के तीसरे चरण में हैं, उन्हें अधिक सावधानी बरतने व सचेत रहने की आवश्यकता है।
बाक्स :
ये रखे सावधानियां
स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए लोगों को सावधानियां बरतनी चाहिए। यदि अपने आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए तथा फ्लू के शुरूआती लक्षण दिखते ही सावधानी बरती जाए तो काफी हद तक इस बीमारी के फैलने पर रोक लगाई जा सकती है। इसके अलावा खांसी या छींक आने पर रूमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल कर, थोड़ी-थोड़ी देर में साबुन व पानी से हाथ धोकर, फ्लू के लक्षण नजर आते ही चिकित्सक से संपर्क, लक्षण नजर आने पर दूसरों से दूरी पर रह, लक्षण दिखने पर घर पर ही रह, बिना धुले हाथों से आंख, नाक, मुंह को न छूकर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
बाक्स :
टीम ने किया निरीक्षण : डा. चंचल
डिप्टी सीएमओ डा. चंचल ने बताया कि गांव गोपालवास में स्वाइन फ्लू के मरीज की सूचना मिलते ही टीम उपचार के लिए गांव में गई थी। लेकिन रोगी को पहले ही हिसार के निजी अस्पताल में ले जाया जा चुका था।
बाक्स :
स्वास्थ्य विभाग सतर्क : सीएमओ
दादरी के सीएमओ डा. विरेंद्र यादव ने बताया कि स्वाइन फ्लू से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा सर्वे भी किया जा रहा है। विभाग पूरी तरह से सतर्क है। इसके अलावा अस्पताल में टे¨स्टग किट, दवाएं व स्वाइन फ्लू के रोगियों के लिए अलग से वार्ड भी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि आईएमए सदस्यों की बैठक में भी चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है।