लॉकडाउन में पर्यावरण बचाने की जिद, किचन गार्डन की महक लुभा रही
लॉकडाउन में स्कूल बंद हैं पर इस समय में भी पर्यावरण को शुद्ध रखने की जैसे यहां के कर्मचारियों पर जिद सवार है। यहां कार्यरत चतुर्थश्रेणी कर्मचारी पवन और सुभाष स्कूल में लगे पौधों की कटाई छंटाई और सिचाई आदि के कार्य में लगे हैं।
जागरण संवाददाता, भिवानी : शहर का राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल अपनी पहचान अलग से रखता रहा है। लॉकडाउन में स्कूल बंद हैं पर इस समय में भी पर्यावरण को शुद्ध रखने की जैसे यहां के कर्मचारियों पर जिद सवार है। यहां कार्यरत चतुर्थश्रेणी कर्मचारी पवन और सुभाष स्कूल में लगे पौधों की कटाई छंटाई और सिचाई आदि के कार्य में लगे हैं। वह कहते हैं कि पौधे बचेंगे तो हमारा जीवन बचेगा। फिलहाल कोरोना का जोर है ऐसे में तो पौधों की अहमियत और भी ज्यादा बढ़ जाती है। स्कूल का किचन गार्डन बच्चों अभिभावकों को कर रहा प्रेरित
हमारे स्कूल में किचन गार्डन बनाया गया है। लॉकडाउन के चलते स्कूल बंद भले हों पर हम नियमित रूप से यहां आकर किचन गार्डन के साथ दूसरे पौधों की देखभाल करते हैं। पौधों में पानी देते हैं। गर्मी का मौसम है तो देखभाल की जरूरत बढ़ जाती है। इस किचन गार्डन में पालक, धनिया, मिर्च, घीया, पेठा, कढी पत्ता, एलोविरा आदि अनेक पौधे लगा रखे हैं। यह किचन गार्डन बच्चों और अभिभावकों को अपने घरों में किचन गार्डन बनाने के लिए प्रेरित करता है।
- विजय परमार, अंग्रेजी प्राध्यापक, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ऑनलाइन पढ़ाई और पर्यावरण पर दिया जा रहा ध्यान
स्कूल में नियमित रूप से अध्यापकों की ड्यूटी लगाई जा रही है। बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है। स्कूल में पेड़ पौधों और किचन गार्डन की स्पेशल देखभाल की जा रही है। पर्यावरण बचेगा तो ही जीवन बचेगा। इसलिए हम सबको लॉकडाउन में अपने घरों में पौधे लगाने उनकी देखभाल करने पर भी ध्यान देना चाहिए। घरों में किचन गार्डन लगाएं।
- किरण गिल, प्राचार्य, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, भिवानी