सरकारी, सहकारी बैंकों में रही हड़ताल, हजारों उपभोक्ता रहे परेशान
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर मंगलवार क
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :
युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर मंगलवार को जिले के सभी राष्ट्रीयकृत व ग्रामीण बैंक कर्मी हड़ताल पर रहे। जिसके चलते बैंकों में कोई कामकाज नहीं हो सका। इस देशव्यापी हड़ताल में एक लाख ग्रामीण बैंक कर्मियों के शामिल होने की संभावना जताई गई है। बैं¨कग क्षेत्र में सुधारों के नाम पर निजीकरण, अवांछित श्रम सुधार, औद्योगिक घरानों के डूबते ऋणों पर दी जाने वाली रियायतों, बैंक शुल्क में बढ़ोत्तरी, एनपीए की त्वरित वसूली, एफडीआरआइ बिल की वापसी, बैंक बोर्ड को विघटित करने की साजिश के विरोध एवं सभी वर्गो के कार्मिकों की भर्ती करने जैसी प्रमुख मांगों को लेकर युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर मंगलवार को हड़ताल की पूर्व घोषणा की गई थी। गत फरवरी माह में भी बैंक कर्मियों ने इन मांगों को लेकर हड़ताल व जुलाई माह में काले बिल्ले लगाकर कार्य किया था। जिसके बाद उन्हें सरकार की तरफ से मांगों पर विचार करने का आश्वासन मिला था। बैंक यूनियनों ने कहा कि इन्हीं मुद्दों को लेकर 15 सितंबर को नई दिल्ली में एक लाख बैंक कर्मी रैली करेंगे। अक्टूबर व नवंबर में लगातार दो दिनों तक बैंकों में हड़ताल रहेगी।
परेशान रहे उपभोक्ता
बैंकों में हड़ताल के चलते मंगलवार को दिन भर उपभोक्ता परेशान रहे। पेंशन लेने वाले, नकदी जमा करवाने व निकलवाने वाले लोग बैंकों के चक्कर लगाते रहे लेकिन बैंकों पर ताले लटके देख मायूस होकर उन्हें वापिस लौटना पड़ा।
करोड़ों का लेनदेन प्रभावित
एक अनुमान के मुताबकि दादरी शहर में सरकारी व सहाकरी बैंकों से रोजाना कई करोड़ रुपये का लेनदेन होता है। हड़ताल के चलते बैंकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। एक अनुमान के साथ केवल मंगलवार को ही दादरी जिले में बैंकों में हड़ताल के चलते 60 करोड़ रूपए का लेन देन ठप रहा। जिसका स्थानीय व्यापार, कारोबार पर भी असर पड़ा।
खुले रहे निजी बैंक
बैंक कर्मियों की इस हड़ताल में मंगलवार को निजी बैंक शामिल नहीं रहे। शहर स्थित एक्सिस, आइसीआइसीआइ, एचडीएफसी आदि बैंकों में कामकाज सुचारू रहा।