प्रतिबंध करने के बावजूद धड़ले से चल रहे हैं स्टोन क्रशर
बाढड़ा: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पत्थर पिसाई पर रोक लगाने के बाद भी स्टोन
संवाद सहयोगी, बाढड़ा: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पत्थर पिसाई पर रोक लगाने के बाद भी स्टोन क्रेशर धड़ल्ले से चल रहे हैं। केंद्र सरकार के आदेश पर बिजली बोर्ड के अफसरों ने क्रेशर प्लांट की बिजली सप्लाई काट दी है, लेकिन क्रेशर मालिक रात के समय में जेनरेटर से प्लांट का संचालन कर रहे हैं। जबकि अभी तक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों ने इन पर कोई कार्रवाई नहीं की है। जिससे धुंध का खतरा बढ़ने की संभावनाएं बनी हुई हैं।
दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र में बढ़ती धुंध और प्रदूषण की समस्या को लेकर 10 दिनों के लिए स्टोन क्रेशर प्लांटों के संचालन पर रोक लगाई गई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिल्ली के चेयरमैन भूरेलाल के निर्देश पर प्रदेश के मुख्य सचिव ने सभी अफसरों को आदेश जारी कर दिए हैं। मुख्य सचिव के आदेश पर बिजली बोर्ड के अफसरों ने अटेला, पिचौपा, कलियाणा समेत अन्य जगहों पर स्थित स्टोन क्रेशर प्लांट की बिजली सप्लाई काट दी थी। इसके बाद भी प्लांट संचालक जनरेटर से प्लांटों का संचालन कर रहे हैं। पिचौपा क्षेत्र में तीन क्रेशर प्लांटों का निर्बाध रूप से संचालन किया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने उपायुक्त से इन प्लांटों के संचालन पर रोक लगाने की मांग की है। मुख्य सचिव के आदेशों पर अफसरों ने प्लांटों की बिजली तो काट दी, लेकिन प्लांटों का संचालन बंद कराने के लिए छापेमारी नहीं की है। टीमें की गठित
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मंडल अधिकारी सुनील श्योराण ने बताया कि स्टोन क्रेशर प्लांटों का संचालन बंद कराने के लिए टीमों का गठन किया गया है। एसडीएम को टीम का नोडल अधिकारी बनाते हुए तहसीलदार, खनन अधिकारी, पर्यावरण, बिजली विभाग के अधिकारियों को सदस्य बनाया गया है। स्टोन क्रेशर प्लांट का संचालन होते पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।