एसटीएफ इंस्पेक्टर आइसोलेट, आरोपितों को प्रोडक्शन वारंट पर दादरी लाने पर बना संशय
चोरी किए गए लग्जरी तथा भारी वाहनों का फर्जी रजिस्ट्रेशन कर
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : चोरी किए गए लग्जरी तथा भारी वाहनों का फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाकर बेचने वाले गिरोह के मुख्य आरोपितों को तीन जुलाई को प्रोडक्शन वारंट पर दादरी लाने में संशय का माहौल बन गया है। मामले की जांच कर रहे एसटीएफ टीम इंचार्ज के कोरोना पॉजिटिव आने पर उन्हें आइसोलेट किया गया है। इसके अलावा टीम के अन्य सदस्यों को क्वारंटाइन किया गया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि गिरोह के मुख्य आरोपितों को तीन जुलाई को प्रोडक्शन वारंट पर नहीं लाया जाएगा। जिसके चलते अब इस मामले में और खुलासे होने में भी समय लग सकता है।
उल्लेखनीय है कि एसटीएफ गुरुग्राम की एक टीम ने बीती दो जून की रात को दादरी की प्रेमनगर कालोनी निवासी एक युवक को चोरी की स्कार्पियो सहित गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सामने आया था कि यह एक ऐसे गिरोह का सदस्य है, जो चोरी की लग्जरी गाड़ियों के चेसिस व इंजन नंबर बदल फर्जी आरसी बनवा कर बेचते हैं। युवक से पूछताछ के आधार पर ही एसटीएफ ने महम एसडीएम कार्यालय में तैनात तीन कर्मचारियों तथा टाइपिस्ट रमेश बामल को गिरफ्तार किया था। महम एसडीएम कार्यालय में तैनात कर्मचारी इन वाहनों की बैकलॉग एंट्री कर रजिस्ट्रेशन करते थे। गिरफ्तार होने के बाद गिरोह के सरगना रोहतक जिले के महम निवासी अमित व गांव सीसर निवासी रमेश ने बीती 5 जून को चंडीगढ़ में सरेंडर कर दिया था। तीन जुलाई को लाए जाने थे प्रोडक्शन वारंट पर
एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए दादरी निवासी प्रवीण, महम एसडीएम कार्यालय के तीन कर्मचारियों व टाइपिस्ट रमेश बामल से पूछताछ करने पर यूं तो काफी अहम जानकारियां मिली थी। लेकिन इस मामले में और अधिक खुलासों के लिए गिरोह के सरगना अमित व रमेश से पूछताछ करनी है। जिसके चलते एसटीएफ द्वारा दोनों मुख्य आरोपितों को तीन जुलाई को चंडीगढ़ से दादरी प्रोडक्शन वारंट पर लाकर रिमांड पर लिया जाना था। लेकिन एसटीएफ इंस्पेक्टर के कोरोना पॉजिटिव आने तथा टीम के अन्य सदस्यों को क्वारंटाइन करने के बाद गिरोह के सरगना को तीन जुलाई को ही प्रोडक्शन वारंट पर लाने को लेकर संशय की स्थिति बन गई है।