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कुशल यौद्धा और रणनीतिकार थे छत्रपति शिवाजी

वीर छत्रपति शिवाजी महाराज अत्यंत कुशल योद्धा और रणनीतिकार थे। उन्होंने देश में धर्म संस्कृति एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए क्रांति की अलख जगाई थी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Jun 2020 05:40 AM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 06:20 AM (IST)
कुशल यौद्धा और रणनीतिकार थे छत्रपति शिवाजी
कुशल यौद्धा और रणनीतिकार थे छत्रपति शिवाजी

जागरण संवाददाता, भिवानी : महाराष्ट्र के ही नहीं अपितु पूरे भारत के महानायक थे वीर छत्रपति शिवाजी महाराज। वह अत्यंत कुशल योद्धा और रणनीतिकार थे। उन्होंने देश में धर्म, संस्कृति एवं राष्ट्र की रक्षा के लिए क्रांति की अलख जगाई थी। ये विचार शिक्षाविद एवं सामाजिक चिन्तक प्रो. सीताराम व्यास ने चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय द्वारा शिवाजी महाराज एवं स्वराज्य विषय पर आयोजित ऑनलाइन विशेष व्याख्यान में बतौर मुख्यातिथि संबोधित करते हुए कहे।

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उन्होंने कहा कि बर्बर हमलावरों के आगे भारतीय राजाओं की वीरता जवाब दे रही थी, उस समय शिवाजी का जन्म हुआ। उनका जन्म ऐसे समय में हुआ था जब पूरा भारत निराशा के गर्त में डूबा हुआ था। जिस कालखंड में सेक्युलर राज्य की कल्पना पश्चिम में लोकप्रिय नहीं थी, उस समय शिवाजी ने ही हिदू परम्परा के अनुकूल सम्प्रदाय निरपेक्ष धर्मराज्य की स्थापना की।

उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज धर्म पिपासु नहीं थे परंतु वे धर्म, संस्कृति एवं स्वराज्य की स्थापना चाहते थे। शिवाजी महाराज ने निष्पक्ष न्याय, पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनकी युद्ध रणनीति एवं जनसम्पर्क बहुत मजबूत एवं अभेदनीय था। छत्रपति शिवाजी महाराज की गुरिल्ला युद्ध नीति को विदेशों में भी अपनाया गया है। लेकिन ये हमारे देश का दुर्भाग्य है कि हमारे महापुरुषों, महानायकों की वीरता को लंबे समय से हमें पढ़ाया ही नहीं गया जोकि त्रुटिपूर्ण शिक्षा नीति को दर्शाता है। हमारे वीर, महापुरुषों की वीर गाथाओं को स्कूलों में पढ़ाया जाना अति आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि यदि पांच वर्ष और शिवाजी महाराज जीवित रहते तो अंग्रेज भारत पर राज करना तो दूर इसकी कल्पना भी नहीं कर पाते। आज वैश्विक महामारी के दौर में भी भारत के विश्व नेतृत्व के संकेत स्पष्ट झलक रहे हैं और यह सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सफल विदेश नीति का परिणाम है। उन्होंने युवाओं से शिवाजी महाराज,आजादी के महानायकों एवं वीर महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा ले राष्ट्र हित में पूर्ण समर्पित भाव से काम करने का आह्वान किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरके मित्तल ने विश्वविद्यालय परिवार की ओर से मुख्यातिथि प्रो. सीताराम व्यास का स्वागत एवं अभिनन्दन किया। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज को स्वराज्य का महानायक बताते हुए उनके पराक्रम एवं वीर गाथा पर विचार रखे। कुलसचिव डॉ.जितेन्द्र कुमार भारद्वाज ने मुख्यातिथि का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज का जीवन हम सब के लिए प्रेरणादायक है। हमें अपने वीर, महापुरुषों पर गर्व है।


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