Move to Jagran APP

स्मॉग का कहर जारी, एक्यूआई 500 पहुंचा, आंखों में जलन और सांस लेने में रही परेशानी

स्मॉग का कहर चौथे दिन भी जारी रहा। एयर क्वालिटी इंडेक्स रविवार

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Nov 2019 06:42 PM (IST)Updated: Mon, 04 Nov 2019 06:26 AM (IST)
स्मॉग का कहर जारी, एक्यूआई 500 पहुंचा, आंखों में जलन और सांस लेने में रही परेशानी
स्मॉग का कहर जारी, एक्यूआई 500 पहुंचा, आंखों में जलन और सांस लेने में रही परेशानी

जागरण संवाददाता, भिवानी :

loksabha election banner

स्मॉग का कहर चौथे दिन भी जारी रहा। एयर क्वालिटी इंडेक्स रविवार को अधिकतम 500 रहा। दिनभर लोगों को सांस लेने में परेशानी रहीं वहीं आंखों में जलन होती रही। लोग यह कहते रहे कि इतना ज्यादा प्रदूषण कैसे हो गया। इतने ज्यादा पटाखे भी नहीं बजाए और हमारे यहां धान भी कम ही होता है इसलिए पराली भी कम ही जलाई जाती होगी। फिर भी भिवानी जैसे क्षेत्र में इतना ज्यादा स्मॉग होना चिता का विषय है। वहीं

विशेषज्ञों का कहना रहा कि बरसात आने पर यह जल्द ठीक हो सकता है। अभी इसका असर और रह सकता है। रविवार को छुट्टी के दिन घरों से बाहर कम निकले लोग हालांकि रविवार को छुट्टी का दिन रहा लेकिन स्मॉग का असर ज्यादा होने के चलते लोग घरों से बाहर बहुत कम निकले। आमतौर से सामान्य दिनों में छुट्टी के दिन लोग पार्कों और बाजार आदि के लिए घरों से बाहर निकलते हैं लेकिन भिवानी में स्मॉग ने लोगों को घरों में रहने के लिए मजबूर कर दिया। ये रहे स्मॉग के चलते हालात * भिवानी में 439 से 500 एक्यूआइ रहा

* शनिवार को भी एक्यूआइ 500 तक बना रहा।

* लोगों को सांस लेने में परेशानी और आंखों में जलन रही।

* प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी औसतन दो गुणा हुई।

* स्मॉग के प्रभाव को कम करने के लिए दूसरे दिन भी छिड़काव

* डाक्टर लोगों को इससे बचाव के लिए समझा रहे। विशेषज्ञ बोले परेशानी न हो मास्क का प्रयोग करें

विशेषज्ञों में डाक्टर शिवकांत, कृष्ण कुमार, डा. डीके आहुजा आदि ने बताया कि स्मॉग का प्रभाव चल रहा है। लोगों को इसमें सावधानी बरतने की जरूरत है। बाहर जरूरी होने पर ही निकलें। बच्चों को बाहर खेलने आदि के लिए न भेजें। परेशानी होने पर तुरंत डाक्टर की सलाह लें और उपचार करवाएं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.