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कितलाना टोल पर अनिश्चितकालीन धरने में हुई जोरदार नारेबाजी

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को केंद्र और हरियाणा सरकार आमने सामने आ गई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 07:45 AM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 07:45 AM (IST)
कितलाना टोल पर अनिश्चितकालीन धरने में हुई जोरदार नारेबाजी
कितलाना टोल पर अनिश्चितकालीन धरने में हुई जोरदार नारेबाजी

जागरण संवाददाता, भिवानी

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तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को केंद्र और हरियाणा सरकार जितना दबाने का प्रयास करेगी, देश का किसान और मजदूर उतनी ही मजबूती से इस जनांदोलन को लड़ेंगे। यह बात सर्वजातीय फौगाट खाप 19 के प्रधान बलवंत नम्बरदार ने कितलाना टोल पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार किसान- मजदूर के सब्र का इम्तिहान ले रही है। हरियाणा सरकार हाल ही में हुए विधानसभा सत्र में संपत्ति क्षतिपूर्ति कानून बनाकर अपनी मानसिकता स्पष्ट कर दी है। इसकी आड़ में सरकार ने आंदोलन को असफल करने का षड्यंत्र रचा है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री और पूरे मंत्रिमंडल पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए जिनके निर्देश पर किसान आंदोलन के दौरान प्रदेश के कई राष्ट्रीय राजमार्ग तक खोदे गए। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों पर जुल्म कर रही है। इसका परिणाम अच्छा नहीं होगा।

कितलाना टोल पर चल रहे धरने के 116वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीपीई, बलवंत नंबरदार, बिजेंद्र बेरला, रणधीर कुंगड़, सुभाष यादव, दिलबाग ग्रेवाल, रतन्नी डोहकी, बलवीर बजाड़ ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि संपत्ति क्षतिपूर्ति कानून के विरोध संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मंगलवार को जिले में सुबह 11 बजे उपायुक्त कार्यालय के बाहर और दादरी में किला मैदान में सुबह 10 बजे एकत्रित होकर प्रदर्शन करेंगे। धरने का संचालन कामरेड ओमप्रकाश ने किया। इस मौके पर इंद्र सिंह बधाना, अपूर्व यादव, विनोद मांढी, संतोष देशवाल, कमल प्रधान, धर्मेन्द्र छपार, सब्बीर हुसैन, सूरजभान सांगवान, प्रोफेसर राजेन्द्र डोहकी, मास्टर ताराचंद चरखी, अनिल शेषमा, जागेराम डीपीई, रामकुमार सूरदास, कप्तान रामफल, राजबीर बोहरा, सत्यवान कालुवाला, इत्यादि मौजूद थे।


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