डेंगू मरीजों के लिए बनाया अलग वार्ड, मच्छरदानी में रखकर किया जाएगा इलाज
कोरोना के बाद अब डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया का डर सता रहा
जागरण संवाददाता, भिवानी : कोरोना के बाद अब डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया का डर सता रहा है। जिले में अब तक 15 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। इसके लिए विभाग ने अलग से डेंगू वार्ड बनाकर 36 बेड की व्यवस्था की है। सबसे खास बात यह है कि इन मरीजों का इलाज बेड पर मच्छरदानी के अंदर रख कर किया जाएगा। इसके साथ ही सामान्य वार्डों में बुखार पीड़ित मरीजों के लिए अलग-अलग से पांच-पांच वार्ड आरक्षित कर दिए हैं, ताकि सामान्य मरीजों से इन्हें अलग रख कर बेहतर इलाज दिया जा सके।
भिवानी जिले में पिछले साल डेंगू के 49 मरीज सामने आए थे, जबकि कई मरीजों की मौत हो गई थी। इस बार बारिश के बाद डेंगू मरीजों की धीरे-धीरे संख्या बढ़ रही है। जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने चौ. बंसीलाल सामान्य अस्पताल के वार्ड नंबर-9 को डेंगू वार्ड बना दिया है। इसमें केवल डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया के मरीजों को रखा जाएगा। चौंकाने वाली बात यह है कि पहली बार ऐसे मरीजों को मच्छरदानी उपलब्ध करवाई जा रही है। मच्छरदानी के अंदर रख कर इनका इलाज किया जाएगा। इन मरीजों के लिए 36 बेड की व्यवस्था की गई है। 23 रेपिड रिसपोंडिग टीम बनाई
घर-घर जाकर सैंपल लेने के लिए 23 रैपिड टीमें बनाई गई हैं। ये टीम घर-घर जाकर बुखार पीड़ित मरीजों की स्लाइड तैयार कर रक्त की जांच करेगी, ताकि समय रहते संक्रमण का पता चल सके और इलाज किया जा सके। डेंगू जांच के नाम पर प्राइवेट लैब 600 रुपये से अधिक की नहीं लेंगे फीस
इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने सख्त आदेश जारी किए है कि प्राइवेट लैब संचालक डेंगू मरीजों की रिपोर्ट सामने आने पर तुरंत प्रभाव से विभाग को सूचित करे। साथ ही डेंगू जांच के लिए प्राइवेट लैब की फीस 600 रुपये तय की गई है। इससे अधिक फीस लेने पर कोई शिकायत विभाग के पास आती है तो कार्रवाई की जाएगी।
विभाग पूरी तरह से सचेत है। इसके लिए समय-समय पर चिकित्सकों की मीटिग ली जा रही है। डेंगू मरीजों के लिए अलग से वार्ड बना दिया गया है। ऐसे मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होने देंगे।
-डा. रघुवीर शांडिल्य, सिविल सर्जन भिवानी।