महिलाओं को सशक्त बनाने में स्वयं सहायता समूह सबसे अहम
समाज की आधी आबादी को सशक्त बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह की भूमि
जागरण संवाददाता, भिवानी : समाज की आधी आबादी को सशक्त बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह की भूमिका को सबसे अहम बताया गया। यह भी कहा गया कि इसे आंदोलन का रूप दिया जाए। शुक्रवार को स्थानीय केन्द्रीय सहकारी बैंक परिसर में नाबार्ड द्वारा स्वयं सहायता समूह की अवधारणा को लेकर जिला विकास प्रबंधक सोहनलाल की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में चंडीगढ़ नाबार्ड से सहायक महाप्रबंधक रमेश कुमार कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला विकास प्रबंधक सोहन लाल ने कहा कि केवल बचत और ऋण लेन-देन स्वयं सहायता समूह का लक्ष्य नहीं होना चाहिए। जिला ग्रामीण बैंक प्रबंधक आशा देसाई ने कहा कि महिलाओं में असीम क्षमता मौजूद है। हमें उसका राष्ट्र निर्माण में सदुपयोग करना है। समूह महिलाओं को जिला स्थित बैंकों से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। पूर्व सहकारी बैंक महाप्रबंधक सुरेशपाल ने कहा कि सामाजिक संस्थाओं की सफलता सुनिश्चित करेगी।
कार्यशाला में सिरसा, भिवानी, चरखी दादरी, हिसार जिले से सात गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अनुभव सांझा किए। आगन्तुकों का स्वागत हरकोफेड से ईश्वर ¨सह तथा आभार वित्तीय साक्षरता सलाहकार सतपाल ने किया। एनजीओ समूह के सदस्यों को शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। सहायक महाप्रबंधक ने सभी सदस्यों के कार्य समीक्षा की तथा प्रोजेक्टर समय पर पूरा करने के लिए आदेश दिए।