ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान, जिला भर में 7 एमएम बरसात, ठंड बढ़ी
जागरण संवाददाता भिवानी जिला में मंगलवार को ओलावृष्टि के साथ 7 एमएम बरसात हुई। भिवानी ब्ल
जागरण संवाददाता, भिवानी :
जिला में मंगलवार को ओलावृष्टि के साथ 7 एमएम बरसात हुई। भिवानी ब्लाक में सबसे ज्यादा 11 एमएम और तोशाम में सबसे कम 4 एमएम बरसात हुई। ओले गिरने से सरसों, गेहूं और चना आदि फसलों में नुकसान हुआ। इसके साथ शीतलहर भी चली और मौसम में ठंडक बढ़ गई। भिवानी और बवानीखेड़ा ब्लाक में ही ओले गिरे हैं। इन गांवों में ज्यादा ओलावृष्टि
गांव तिगड़ाना, धनाना, तालू, घुसकानी, जताई, मुंढाल, उमरावत, ढाणा लाडनपुर, मानेहरू, नीमड़ीवाली, प्रह्लादगढ़्, रूपगढ़, नंदगांव, झरवाई, ढाणी जंगा, भिवानी लोहड़, भिवानी जोनपाल, नाथुवास, पालुवास, मुंढाल खुर्द, तालू, निनान, मिताथल, गुजरानी आदि सबसे ज्यादा ओलावृष्टि हुई है। इससे किसानों की सरसों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सरसों में फूल और फली आने से किसानों की फसल खराब हो गई। किसानों की सब्जियां भी खराब हुई
मिर्च, गोभी, कद्दू, पालक, टमाटर, मटर आदि सीजन की सब्जियों में भी ओलावृष्टि से ज्यादा नुकसान की खबरें हैं। किसानों ने बताया कि ओलों ने सब्जियों को खत्म कर दिया। किसानों की उम्मीदों पर गिरे ओले
किसान कृष्ण फौजी किसान सभा सचिव भिवानी, देवीलाल गांव धनाना, कुलबीर सिंह, मेहरसिंह, अमित कुमार जताई आदि किसानों ने बताया कि किसानों की सरसों, गेहूं, बिरसम आदि फसलों में भारी नुकसान हुआ है। सरकार नुकसान की भरपाई करे
ओलावृष्टि से दर्जनों गांवों में किसानों की फसल बर्बाद हो गई। किसान सभा सरकार से मांग करती है कि ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए।
मा. शेरसिंह, अध्यक्ष अखिल भारतीय किसान सभा। रिपोर्ट ली जा रही कितना हुआ नुकसान
ओलावृष्टि से किसानों को कितना नुकसान हुआ है। गांवों से रिपोर्ट ली जा रही है। दर्जनों गांवों का पता चल चुका है। इसके अलावा पूरी रिपोर्ट बुधवार तक मिल सकेगी।
बलबीर शर्मा, कृषि अधिकारी सबसे ज्यादा भिवानी ब्लाक में 11 एमएम हुई बरसात भिवानी 11 एमएम
लोहारू 5 एमएम
तोशाम 4 एमएम
बवानीखेडा 5 एमएम
सिवानी 8 एमएम