एक मई से हर हाल में खोलेंगे स्कूल: रामअवतार शर्मा
स्कूल खुलवाने की मांग को लेकर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन हरियाणा ने घेराव किया।
जागरण संवाददाता, भिवानी
स्कूल खुलवाने की मांग को लेकर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन हरियाणा ने प्रदेशाध्यक्ष रामअवतार शर्मा के नेतृत्व में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया। साथ ही चेतावनी दी कि वो एक मई से हर हाल में अपने स्कूल खोलेंगे। किसी अधिकारी ने बंद करवाने की कोशिश की तो उसका विरोध करेंगे और सीएम आवास को घेरेंगे। एसोसिएशन के आह्वान पर बोर्ड का घेराव करने प्राइवेट स्कूल संचालकों और एसोसिएशन के पदाधिकारियों पहुंचे थे। करीब तीन घंटे के धरना प्रदर्शन के बाद, प्रदेशाध्यक्ष रामअवतार शर्मा और अन्य पदाधिकारियों ने शिक्षा बोर्ड चेयरमैन डा. जगबीर सिंह के माध्यम से सीएम के नाम अपना मांगपत्र सौंपा।
रामअवतार शर्मा ने कहा कि 30 अप्रैल तक हम अपने स्कूल बंद रखेंगे लेकिन एक मई से नया सत्र शुरू कर दाखिले करेंगे और स्कूल खुले रखेंगे। उन्होंने कहा कि आज पूरे हरियाणा के प्राइवेट स्कूल संचालक बड़ी उम्मीद से मुख्यमंत्री की तरफ देख रहे हैं। शर्मा ने कहा कि पिछले साल कोरोना काल में मुख्यमंत्री ने जो कहा प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों ने उसमें सहयोग किया। हमने घाटा उठाकर भी सरकार के निर्देश अनुसार सिर्फ ट्यूशन फीस ही ली। यही नहीं, गरीब परिवारों को सूखा राशन उपलब्ध करवाया। हर जिले से मुख्यमंत्री राहत कोष में लाखों रुपये दान किए। एसोसिएशन ने सरकार का हर प्रकार से सहयोग किया है। अब एसोसिएशन चाहता है कि सरकार हमारी मदद करे ताकि कम से कम जिदा तो रह सकें।
उप प्रधान जोगिन्द्र ढुल ने कहा कि प्राइवेट स्कूल कोरोना से सुरक्षा के सभी नियम फॉलो करते हुए स्कूल लगा रहे थे। स्कूलों में थर्मल स्क्रीनिग हो रही थी, स्टाफ और बच्चे मास्क पहन रहे थे, सभी बिल्डिग भी सैनिटाइज हो रही थी। सभी प्रकार की सामूहिक गतिविधियां बंद थी। ऐसे में तो स्कूल सबसे सुरक्षित जगह बनते हैं। महासचिव दलशेर लोहान और राजेश मून ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों के टीचिग और नॉन टीचिग स्टाफ को उनकी तनख्वाह के अनुपात में स्कूल बंद रहने तक कुछ नकद सहायता राशि दी जाए। सचिव कुलदीप कलायत ने कहा कि यदि सरकार प्राइवेट स्कूलों की किसी प्रकार की मदद नहीं करती हैं तो अगले वर्ष 70 फीसद प्राइवेट स्कूल बंद होंगे। इस अवसर पर वरिष्ठ उप प्रधान वजीर ढांढा, सचिव सुनीता रेढू, संजीव श्योराण, यतिद्र नाथ, कर्ण मिरग, प्रीतम फोगाट, सुरेश सांगवान, बदन सिंह, मीना नरवाल, अनीता शर्मा, सुदेश पूनिया, अनिल परमार, कर्मवीर शास्त्री, रामफल खरक, देवेंद्र हड़ौदी, नरेश ठुकराल, अरविन्द यादव, जतिन अधलखा, हरिराम स्वामी, राम कुमार, श्रद्धानन्द आदि उपस्थित थे।