जान की परवाह किए बिना कुएं में उतरे एएसआइ के जज्बे को सलाम
मंगलवार सुबह घरेलू कलह को लेकर कुएं में कूदी महिला की जान बचाने वाले एएसआइ देवेंद्र के जज्बे को लोग सलाम कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, भिवानी
यूं तो खाकी पर ना जाने कितने आरोप लगते रहते हैं, लेकिन आज भी विभाग में साहस व अपनी जान की परवाह किए बिना कर्तव्यों का निर्वाह करने वाले साहसी कर्मचारी हैं, जो किसी भी परिस्थिति में लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहते हैं। मंगलवार सुबह घरेलू कलह को लेकर कुएं में कूदी महिला की जान बचाने वाले एएसआइ देवेंद्र के जज्बे को लोग सलाम कर रहे हैं।
पार्वती परिवार में मामूली कहा सुनी को लेकर परेशान थी। उनके बेटे रामगोपाल ने बताया कि मानसिक रूप से परेशान होने पर रविवार को कुएं में कूद गई। महिला कुएं में डूब रही थी, लेकिन कुएं में उतरने से हर व्यक्ति घबरा रहा था। ऐसे में एएसआइ देवेंद्र ने कुएं में उतरकर महिला को सुरक्षित बाहर निकाला। पति के आपरेशन के बाद महिला चल रही थी परेशान
महिला के बेटे रामगोपाल ने बताया कि उनके पिता रामावतार शर्मा की आंत का कुछ समय पहले ही हिसार के निजी अस्पताल में आपरेशन हुआ था। उसके बाद से ही उनकी मां मानसिक परेशानी में चल रही है। घर पर मामूली कहा-सुनी हुई थी जिसे लेकर उसने यह कदम उठाया। बेटे ने कहा कि हम एएसआइ देवेंद्र का शुक्रिया करते है, जिन्होंने मेरी मां की जान बचाई। पहले भी कई व्यक्तियों की बचा चुके हैं जान
इससे पहले भी एएसआइ देवेंद्र कई बार नहरों व तालाबों से कई लोगों को जिदा और कई के शव जान पर खेलकर निकाल चुके हैं। ऐसे जांबाज जवान ही आज खाकी के सेवा सुरक्षा व सहयोग के नारे को बुलंद कर रहे हैं।