व्यक्ति का मन किसी को कुछ नहीं देना चाहता : सुप्रज्ञा
जागरण संवाददाता, भिवानी : पुराना हाउ¨सग बोर्ड में चल रहे चातुर्मास को संबोधित करते हुए मह
जागरण संवाददाता, भिवानी : पुराना हाउ¨सग बोर्ड में चल रहे चातुर्मास को संबोधित करते हुए महाराज सुप्रज्ञा ने कहा कि व्यक्ति का मन बदलता रहता है और वह किसी अन्य को कुछ न देने की चाहत रखता है। सुप्रज्ञा महाराज यहां चातुर्मास प्रवचन में भगतों से संवाद कर रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ सुधर्म महाराज, श्रुत महाराज, समिति महाराज, सम्पत्ति महाराज भी मौजूद थे। सुप्रज्ञा महाराज ने कहा कि तपस्या, व्रत किसी भी सांसारिक व्यक्ति के लिए आसान नहीं होते। उन्होंने कहा कि जिनकी आयु अधिक है वे यह तपस्या कर लेते हैं। आज व्यक्ति के अंदर दूसरे को न देने की भावना बनी रहती है। उन्होंने कहा कि दो व्यक्तियों के बीच में बादाम व छुवारे बांटने की होड़ लग गई तो एक ने बंटवारा करते हुए दूसरे व्यक्ति को बादाम के छिलके दे दिए और खुद बीज रख लिए। जब छुआरे बांटने की बारी आई तो खुद ने उपर का छिलका रख लिया और अंदर के बीज दूसरे को दे दिए। यही भावना पनप रही है। इसे बदलना होगा।