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वाट्सएप ग्रुप से रेकी कर भेजी जा रही थी आरटीए टीम की लोकेशन, युवक को किया गिरफ्तार

ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करने के लिए सड़कों पर उत

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 09:10 AM (IST)Updated: Sat, 31 Oct 2020 09:10 AM (IST)
वाट्सएप ग्रुप से रेकी कर भेजी जा रही थी आरटीए टीम की लोकेशन, युवक को किया गिरफ्तार
वाट्सएप ग्रुप से रेकी कर भेजी जा रही थी आरटीए टीम की लोकेशन, युवक को किया गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करने के लिए सड़कों पर उतरी दादरी की नवनियुक्त आरटीए सचिव व टीम की एक युवक द्वारा रेकी करने का मामला सामने आया है। युवक द्वारा आरटीए टीम की रेकी कर लोकेशन वाट्सएप ग्रुप्स में भेजी जा रही थी। आरटीए सचिव व उनकी टीम द्वारा युवक को कार सहित काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। झोझू कलां थाना पुलिस ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

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जानकारी के अनुसार दादरी की नवनियुक्त आरटीए सचिव दर्शना भारद्वाज द्वारा वीरवार देर शाम को विभाग की टीम के साथ गांव कलियाणा व आसपास के क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों की जांच की जा रही थी। उसी दौरान एक युवक क्रेटा कार में सवार होकर आरटीए टीम की रेकी कर रहा था। आरटीए टीम की गाड़ी जहां भी जा रही थी, उक्त युवक कार में सवार होकर टीम के पीछे-पीछे जा रहा था। गांव रामनगर के समीप आरटीए विभाग की टीम ने उक्त युवक को रेकी के संदेह में कार सहित काबू कर लिया। टीम द्वारा जब उक्त युवक के मोबाइल फोन की जांच की गई तो उसमें युवक द्वारा कई वाट्सएप ग्रुप में अधिकारियों की पल-पल की लोकेशन भेजने की पुष्टि हुई।

युवक की पहचान गांव पैंतावास कलां निवासी अंकित के रूप में हुई है। टीम द्वारा उक्त युवक को कार सहित झोझू कलां थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस द्वारा आरोपित से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ व जांच में ही सामने आएगा कि युवक द्वारा कितने ग्रुप्स में आरटीए अधिकारियों की लोकेशन भेजी जा रही थी। इसके अलावा इन ग्रुप्स में कहां-कहां के लोग जुड़े हुए हैं। विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज : दिलबाग सिंह

झोझू कलां थाना प्रभारी दिलबाग सिंह ने बताया कि आरटीए सचिव की शिकायत के आधार पर अंकित नामक युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। युवक के खिलाफ भादस की धारा 186, 353 तथा आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पहले भी सामने आ चुके रेकी के मामले

गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा ओवरलोडिग पर नकेल कसने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही है। जिला प्रशासन व क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण के अधिकारी भी ओवरलोडिग को रोकने के लिए सड़कों पर उतर कर कार्रवाई करते हैं। लेकिन ओवरलोडिग से जुड़े लोग आरटीए अधिकारियों की रेकी कर वाट्सएप ग्रुपों में उनकी लोकेशन भेजते रहते हैं। वाट्सएप ग्रुप में आरटीए अधिकारियों की लोकेशन पाकर ओवरलोड वाहनों के चालक कार्रवाई से बचने के लिए अपने वाहनों को संपर्क मार्गों पर या फिर सड़क किनारे लॉक कर चले जाते हैं। जिसके चलते अधिकारियों को भी कार्रवाई करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हालांकि ओवरलोडिग पर कार्रवाई के लिए निकलने वाले आरटीए अधिकारियों की रेकी कर लोकेशन वाट्सएप ग्रुप में भेजे जाने का यह पहला मामला नहीं है। ठोस कार्रवाई के अभाव में अधिकारियों की रेकी करने वाले लोगों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं।


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