महिला क्लर्क ने बेटे के लिए रखे नियम कायदे ताक पर, पुनर्मूल्यांकन में बढ़ा दिए 76 अंक
शिक्षा बोर्ड में क्लर्क पद पर तैनात महिला कर्मी ने अपने बेटे के पुनर्मूल्यांकन में बारहवीं कक्षा में 76 अंक बढ़ा दिए। मामले में बोर्ड प्रशासन ने जांच कमेटी बैठा दी है।
जेएनएन, भिवानी। बेटे के लिए एक महिला ने सारे नियम कायदे ताक पर रख दिए। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में क्लर्क पद पर तैनात महिलाकर्मी ने पुनर्मूल्यांकन में अपने बेटे के बारहवीं कक्षा में 76 अंक बढ़ा दिए। मामला सामने के आने के बाद बोर्ड प्रशासन ने जांच कमेटी बैठा दी है। उधर, आरोपित महिला कर्मचारी का तुरंत प्रभाव से स्थानांतरण भी कर दिया है।
आरोपित महिला गत मार्च माह में हुई क्लर्कों की भर्ती के तहत बोर्ड में क्लर्क पद पर तैनात हुई है। भर्ती के समय महिला को कंडक्ट ब्रांच में ज्वाइन कराया गया था। मगर बारहवीं परीक्षा के नतीजे आने के बाद उक्त महिलाकर्मी का तबादला पुनर्मूल्यांकन शाखा में कर दिया गया था।
उक्त महिलाकर्मी के बेटे के बारहवीं की परीक्षा के अंकों में पुनर्मूल्यांकन किया गया था। उक्त कर्मचारी ने अपने बेटे के चार विषयों में 76 अंकों का इजाफा कर डाला। उक्त कर्मी के बेटे का पुनर्मूल्यांकन केस नंबर 96321 है।
महिला कर्मचारी द्वारा अपने बेटे के अंक बढ़ाए जाने संबंधी शिकायतों की फाइल बोर्ड अध्यक्ष के कार्यालय तक पहुंच गई। इस पर बोर्ड चेयरमैन ने तुरंत महिला कर्मचारी को स्थानांतरित करने के आदेश दे दिए और मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है।
शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह का कहना है कि पुनर्मूल्यांकन में कोई और भी गड़बड़ी न हुई हो, इसकी पूरी जांच कमेटी करेगी। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आरोपित महिला कर्मचारी के खिलाफ निलंबन या बर्खास्त करने से संबंधित कड़ा फैसला लिया जाएगा।
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