राष्ट्रीय ओपन चैंपियनशिप में रामफल ने दिखाए प्रतिभा के जौहर
लोहारु : निकटवर्ती गांव अहमदवास खेड़ा निवासी 70 वर्षीय खिलाड़ी रामफल एक बार ि
संवाद सहयोगी, लोहारु : निकटवर्ती गांव अहमदवास खेड़ा निवासी 70 वर्षीय खिलाड़ी रामफल एक बार फिर अपनी खेल प्रतिभा का परिचय दिया है। खिलाड़ी रामफल ने 7 फरवरी को अलवर में संपन्न हुई दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप की दौड़, शॉटपुट व लंबी कूद की स्पर्धाओं में हिस्सा लेते हुए चार पदक जीतकर अपनी बेहतर प्रतिभा का परिचय दिया है। बता दें कि 70 वर्ष की आयु में भी नौजवान जैसा जज्बा रखने वाले खिलाड़ी रामफल ने गत वर्ष पंचकुला में संपन्न हुई राज्य स्तरीय 28वीं हरियाणा मास्टर एथलेटिक चैंपियनशिप की 5000 मीटर दौड़ स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर प्रतिभा का परिचय दिया था। एक बार फिर रामफल ने साबित कर दिया है कि जब दिल में जुनून सवार हो तो उम्र का बंधन भी इंसान को आगे बढ़ने से नही रोक सकती।
खिलाड़ी रामफल ने अलवर में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप की लंबी कूद स्पर्धा में स्वर्ण पदक, पांच किलोमीटर मैराथन में स्वर्ण पदक, रिले दौड़ में स्वर्ण पदक तथा शॉटपुट स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया है। खिलाड़ी रामफल ने बताया कि चैंपियनशिप में देश के करीब 19 राज्यों के दो हजार से हिस्सा लिया। जिसमें उन्होंने चार पदक अपने नाम किए है। उन्होंने बताया कि वे आगामी 17 फरवरी को फरीदाबाद में आयोजित होने वाली एशियन चैंपियन की तैयारी में जुटे हैं तथा इस प्रतियोगिता में भी वे मेडल लेकर लौटेंगे।
खिलाड़ी रामफल ने कहा कि उन्हें सरकार से आज तक कोई आर्थिक मदद नही मिली है। यदि सरकार उन्हें आर्थिक मदद दे तो वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश का नाम रोशन करने का जज्बा रखते हैं। इसके अलावा अहमदवास खेड़ा गांव के लोगों ने रामफल को जीत की बधाई दी तथा सरकार से खिलाड़ी रामफल को आर्थिक मदद और हर संभव सुविधा प्रदान करने की मांग की है।