भूपेंद्र हुड्डा को राजू मान ने किसानों की मांगों का सौंपा पत्र
चरखी दादरी : किसानों की मांगों को कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र में शा
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : किसानों की मांगों को कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल करवाने को लेकर युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव राजू मान ने भारतीय किसान यूनियन और किसान संघर्ष समिति की दादरी जिला इकाई का ज्ञापन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी घोषणा पत्र समिति के सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा को चंडीगढ़ के किसान भवन में सौंपा। बाढड़ा में किसानों के 6 दिन से चल रहे अनिश्चित कालीन धरने के चलते कांग्रेसी नेता राजू मान को यह जिम्मेवारी दी गई थी।
ज्ञापन का हवाला देते हुए बैठक में मान ने विस्तार से किसान की मांगों के साथ खेती को लाभप्रद बनाने और उनको आ रही समस्याओं को रखा। उन्होंने कहा कि खेती आज घाटे का सौदा बन कर रह गई है। इसलिए केंद्र में सरकार बनते ही किसान, मजदूर व पिछड़ों को कर्ज मुक्त किया जाए। खेती को लाभप्रद बनाने के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को अमलीजामा पहनाया जाए और खेती के खर्चे में आंशिक लागत सी-एक की बजाय संपूर्ण लागत सी-दो फार्मूले को ध्यान में रख लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा दिया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा की आड़ में हो रही लूट को बंद किया जाए। गर्म हवा, लू से खराब हुई फसल को भी प्राकृतिक आपदा में शामिल किया जाए। पैट्रोल डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए। साथ में खाद, खेती उपकरण, कीटनाशक दवाइयों और ट्रैक्टर के स्पेयर पार्टस को जीएसटी के दायरे से बाहर किया जाये ताकि खेती पर लागत घटाई जा सके। बीजाई के समय खाद, उन्नत बीजों की उपलब्धता सरकार अपने स्तर पर करवाए।
राजू मान ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा ने उनकी सब बातों को सुनकर कहा कि पहले भी यूपीए सरकार के शासनकाल में किसानों के हित अनेक कदम उठाए गए थे अब भी उनकी समस्याओं पर चर्चा करके पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में न केवल शामिल किया जाएगा बल्कि केंद्र और राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर अमलीजामा भी पहनाया जाएगा।
इस अवसर पर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष फूलचंद मुलाना, पंजाब किसान खेत मजदूर सेल के चैयरमैन इंद्रजीत ¨सह जीरा, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रण¨सह मान, पहलाद ¨सह गिल्लाखेड़ा, प्रोफेसर वीरेंद्र, पूर्व विधायक अर्जुन ¨सह, भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम ¨सह चढूनी, डा. करण ¨सह खोखर, रणधीर ¨सह, बलवंत ¨सह, धर्मपाल सांगवान सहित अन्य किसान नेता मौजूद रहे।