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चकबंदी की मांग को लेकर धरना जारी, रोष स्वरूप नहीं मनाया रक्षाबंधन पर्व

चकबंदी को नए सिरे से निष्पक्ष रूप से करवाने की मांग को लेकर किसान धरना दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 06:12 AM (IST)
चकबंदी की मांग को लेकर धरना जारी, रोष स्वरूप नहीं मनाया रक्षाबंधन पर्व
चकबंदी की मांग को लेकर धरना जारी, रोष स्वरूप नहीं मनाया रक्षाबंधन पर्व

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :

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चकबंदी को नए सिरे से निष्पक्ष रूप से करवाने की मांग को लेकर गांव गुडाना में 49वें दिन भी धरना जारी रहा। धरना प्रधान मनोज कुमार ने कहा कि उनकी मांग पूरी न होने के चलते ग्रामीणों ने रक्षाबंधन पर्व भी रोष स्वरूप नहीं मनाया। उन्होंने कहा कि जब तक नए सिरे से चकबंदी का कार्य शुरू नहीं होता तब तक धरनारत ग्रामीण कोई पर्व नहीं मनाएंगे। सोमवार को भी काफी संख्या में ग्रामीण धरना स्थल पर मौजूद रहे। भाकियू जिलाध्यक्ष जगबीर घसौला ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में जजपा और भाजपा गठबंधन सरकार हठधर्मिता कर रही है। सरकार द्वारा किसानों से संबंधित जो तीन नए अध्यादेश लागू किए जा रहे है उसका भी प्रदेश में किसान पुरजोर विरोध कर रहे हैं। लेकिन किसानों की सुनवाई करने वाला सरकार या सरकार समर्थक जनप्रतिनिधि नहीं है। प्रदेश में अनेकों स्थानों पर किसानों द्वारा प्रदर्शन करते हुए धरने दिए जा रहे हैं। इसके बावजूद भी सरकार मूकदर्शक बनी है। गठबंधन की सरकार से किसान खुश नहीं हैं। आने वाले समय में किसान सरकार को मुंह तोड़ जवाब देंगे। जगबीर ने कहा कि पूरे प्रदेश के किसान संगठित हो रहे हैं। सरकार को झुकाने के लिए किसी भी कठोर आंदोलन से वे पीछे नहीं हटेंगे। धरनारत किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर प्रताप सिंह, विनोद कुमार, सुनील कुमार, बलदेव सिंह नंबरदार, लक्की शर्मा, नंदराम, पदम सिंह, अनिल कुमार यादव, शेर सिंह, कपूर सिंह, कृपाल सिंह, संजय श्योराण भी उपस्थित रहे।


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