निवेशकों का 300 करोड़ रुपये डकारने वाली प्रिया परिवार कंपनी का डायरेक्टर गिरफ्तार
300 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाली प्रिया परिवार कंपनी के डायरेक्टर सत्यप्रकाश को भिवानी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जेएनएन, भिवानी। लोगों को निवेश की मार्फत मोटे मुनाफे का लालच देकर 300 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाली प्रिया परिवार कंपनी के डायरेक्टर सत्यप्रकाश को भिवानी पुलिस ने ऑटो मार्केट से गिरफ्तार किया है। वह भिवानी न्यायालय द्वारा 2016 से भगोड़ा (पीओ) घोषित था।
कंपनी पर तीन लाख से अधिक निवेशकों से ठगी का आरोप है। करोड़ों रुपये निवेश करने वाले लोगों ने हरियाणा, राजस्थान सहित देशभर में कंपनी के सीएमडी सहित विभिन्न अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी के केस दर्ज कराए थे। दो दिन के रिमांड के बाद मंगलवार को सत्यप्रकाश को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
कंपनी के डायरेक्टर सत्यप्रकाश ने वर्ष 2007 में भिवानी की अनाज मंडी में सेमिनार कराया था। इसमें निवेश करने पर लोगों को मोटे मुनाफे के साथ कार, बाइक और मोटे इनाम निकालने का लालच दिया गया। इस पर भिवानी के सैकड़ों लोगों ने करोड़ों रुपये का निवेश कर दिया। जब जमा राशि निकलवाने की बारी आई तो कंपनी के अधिकारी साफ मुकर गए और देशभर में निवेशकों के पैसे को समेटकर फरार हो गए।
2014 में दर्ज किया गया था मामला
निवेशकों ने वर्ष 2014 में भिवानी सिटी थाने में प्रिया परिवार कंपनी के डायरेक्टर राजस्थान के झुंझुनू निवासी सत्यप्रकाश के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसके बाद जब आरोपित पुलिस की पकड़ में नहीं आया तो उसे न्यायालय ने 30 जनवरी 2016 को भगोड़ा घोषित कर दिया था। चिट फंड घोटाले को अंजाम देने वाली कंपनी के सीएमडी तेजपाल नूनिया, महेश नूनिया, सुरेन्द्र नूनिया को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। कंपनी के विभिन्न पदाधिकारियों के खिलाफ हरियाणा व राजस्थान में करीब 75 केस दर्ज हैं।
राजस्थान के चिड़ावा से हुई थी 2002 में कंपनी की शुरूआत
शिकायतकर्ता डाबर कॉलोनी निवासी शिवकुमार प्रजापति ने बताया कि राजस्थान के चिड़ावा से 30 सितंबर 2002 को तेजपाल नूनिया ने यह कंपनी शुरू की थी। हरियाणा में 2007 में यह कंपनी आई। उस समय निवेशकों को लालच दिया था कि 6800 रुपये निवेश करने पर पांच व सात साल के अंतराल पर 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। इस दौरान लक्की ड्रा भी निकाला जाएगा। कुछ समय बाद कंपनी का झुंझुनू से जयपुर शिफ्ट कर दिया गया। फिर कंपनी सीज हो गई।
भिवानी की नई अनाज मंडी पुलिस चौकी के प्रभारी जगदीश का कहना है कि कंपनी के डायरेक्टर सत्यप्रकाश को गिरफ्तार कर दो दिन के रिमांड पर लेने के बाद मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजा गया है।
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