4 साल में 1.10 लाख घरों में उजियारा कर चुकी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
सुरेश मेहरा भिवानी बेरोजगारी का दंश मिटाने को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना रामबाण साबित हो
सुरेश मेहरा, भिवानी : बेरोजगारी का दंश मिटाने को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना रामबाण साबित हो रही है। भिवानी और दादरी जिलों की बात करें तो हर साल 25 हजार से ज्यादा युवा स्वरोजगार अपना रहे हैं। पिछले चार साल के आंकड़ों पर गौर करें तो 1 लाख 10 हजार से ज्यादा युवा इस योजना के तहत स्वरोजगार अपना कर अपना घर परिवार चला रहे हैं। यूं कहें कि अप्रैल 2015 में शुरू होने के बाद इसे युवाओं ने हाथों हाथ लिया है। इस योजना का लाभ उठाने वालों में 25 फीसदी महिलाएं भी हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि महिलाएं भी स्वरोजगार की तरफ आकर्षित हो रही हैं जो समाज में बदलाव का संकेत है। इस योजना के तहत काम करने वाले ऐसे भी बहुत हैं जो दूसरों के लिए भी रोजगार का सहारा बने हैं।
बैंकों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ उठाने वालों में सबसे ज्यादा युवा हैं। यूं कहा जा सकता है कि 80 फीसदी युवा इस योजना से जुड़े हैं। इनमें 25 फीसदी के लगभग महिलाएं भी शामिल हैं। इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए भिवानी, दादरी, लोहारू, सिवानी, बहल, तोशाम, बवानीखेड़ा, बाढ़ड़ा आदि में अनेकों पर कैंप लगाए गए हैं। इसके अलावा किसान गोष्ठी का भी आयोजन किया जाता है। यूं दिया जाता है जरूरतमंदों को ऋण शिशु : शिशु लोन योजना के तहत 50000 रुपये तक का ऋण मिल सकता है।
किशोर : किशोर लोन योजना के तहत 50001 से 5 लाख रुपये तक का ऋण मिलता है।
तरुण : तरुण लोन योजना आपको 5,00,001 रुपये से 10 लाख तक का ऋण लेने की मंजूरी देती है। यूं कर सकते हैं आवेदन सबसे पहले आपको अपने आसपास कोई बैंक देखना होगा। उसमें इस योजना के तहत ब्याज आदि के बारे में पता करें और वहां से आवेदन फार्म लेकर उसे भर कर जमा करवा दें। आवेदन आप बैंक या बैंक की वेबसाइट से डाउन लोड कर सकते हैं।
इसमें यह बताना होगा कि आप किस व्यवसाय के लिए यह लोन ले रहे हैं। जरूरी कागजात भी आपने साथ लगाने होंगे। इसमें आमतौर पर 12 फीसदी के हिसाब से ब्याज होता है।
बैंक द्वारा निर्धारित सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद लोन की प्रक्रिया बैंक शुरू कर देगा और मुद्रा बैंक योजना के तहत आपका ऋण मंजूर कर लिया जाएगा। मंजूर होने के बाद आपको ऋण मिल जाएगा। भिवानी और दादरी जिलों की बात करें पिछले चार साल में एक लाख से ज्यादा लोग प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ उठा चुके हैं। इसके तहत स्वराज अपना कर वे स्वावलंबी बन चुके हैं। खुशी की बात यह है कि महिलाएं भी इस योजना के तहत स्वरोजगार अपना रही हैं। समय-समय पर लोगों को इस योजना के लिए जागरूक किया जा रहा है।
आशा देशाई, एलडीएम
पंजाब नेशनल बैंक