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जिले में प्रदूषण से हालात खराब, नमी बढ़ी तो स्मॉग की बिछी चादर

अक्टूबर माह की शुरुआत से ही सुबह व रात के समय तापमान में ि

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 07:50 AM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 07:50 AM (IST)
जिले में प्रदूषण से हालात खराब, नमी बढ़ी तो स्मॉग की बिछी चादर
जिले में प्रदूषण से हालात खराब, नमी बढ़ी तो स्मॉग की बिछी चादर

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : अक्टूबर माह की शुरुआत से ही सुबह व रात के समय तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। सुबह-शाम तापमान में गिरावट व हवा में नमी की मात्रा बढ़ने के कारण दादरी जिले में स्मॉग बनने लगा है। दादरी के बाहरी क्षेत्रों में रात तथा अलसुबह के समय हल्के कोहरे जैसा नजारा दिखाई देने लगा है। स्मॉग के कारण लोगों को श्वास व आंखों से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हवा में नमी बढ़ने से जिले में प्रदूषण स्तर भी बढ़ गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार वीरवार को दादरी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 337 तक पहुंच गया। जो पूरे देश के 110 शहरों के सर्वे में तीसरे स्थान पर है।

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बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार जिले में प्रदूषण का यह स्तर बेहद खराब है। हालांकि दादरी जिले में अभी तक पराली जलाने का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। लेकिन नमी के कारण धूल व प्रदूषण के कण एक सीमित ऊंचाई से ऊपर नहीं जा पा रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार वाहनों, उद्योगों, जनरेटर इत्यादि से निकलने वाले धुएं में कार्बन डाइआक्साइड, कार्बन मोनोआक्साइड, नाइट्रोजन आक्साइड, मीथेन इत्यादि गैस होती हैं। हवा में नमी के कारण प्रदूषण में शामिल ये गैसें भी वायुमंडल में अधिक ऊंचाई तक नहीं जा पाती और जमीन के साथ ही इनकी एक परत बन जाती है। स्मॉग के कारण दादरी के सरकारी अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों में श्वास, फेफड़ों व आंखों से संबंधित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। 34.5 फीसद रही नमी

दादरी के लघु सचिवालय परिसर में लगाए गए प्रदूषण मापक यंत्र के अनुसार वीरवार को दादरी जिले में पीएम 2.5 का आंकड़ा 167.36 प्रति मीटर क्यूब दर्ज किया गया। यह आंकड़ा भी खतरे की श्रेणी में आता हैं। वहीं पीएम 10 201.29 प्रति मीटर क्यूब दर्ज किया गया। पीएम 10 का स्तर 100 प्रति मीटर क्यूब तक ही संतोषजनक की श्रेणी में आता है। वीरवार को जिले में नमी की मात्रा 34.5 फीसद दर्ज की गई। ये हैं बचाव के उपाय

चिकित्सकों का कहना है कि सुबह, शाम के समय तापमान कम होता है। इस दौरान स्मॉग सबसे अधिक होता है। ऐसे में इस समय घर से बाहर निकलने से बचें। स्मॉग अधिक होने पर मार्निंग वॉक, रनिग, आउटडोर एक्सरसाइज न करें। घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाएं। कमरे व घर के आसपास हवा को शुद्ध करने वाले पौधे लगाएं। ठंडे पानी से आंखों को धोएं : डा. सुभाष

दादरी के नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. सुभाष जांगड़ा ने बताया कि स्मॉग के दौरान आंखों में जलन हो सकती है। ऐसे में सुबह-शाम आंखों को ठंडे पानी से धोते रहें। धूल वाली जगहों पर जाने से बचें। वाहन चलाते समय, घर से बाहर निकलते समय चश्मे का प्रयोग करें। डा. सुभाष जांगड़ा ने कहा कि जलन महसूस होने पर आंखों को मसलें नहीं। उन्होंने कहा कि यदि परेशानियां बढ़ें तो बिना देरी किए चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।


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