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स्वीडन से आई पर्टन मशीन : 30 सेकेंड में बताएगी किसानों की उपज में नमी की मात्रा

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : डिजिटल युग में किसान भी हाइटेक तरीके से उपज का विश्लेषण

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Jul 2018 12:17 AM (IST)Updated: Sat, 14 Jul 2018 12:17 AM (IST)
स्वीडन से आई पर्टन मशीन : 30 सेकेंड में बताएगी किसानों की उपज में नमी की मात्रा
स्वीडन से आई पर्टन मशीन : 30 सेकेंड में बताएगी किसानों की उपज में नमी की मात्रा

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : डिजिटल युग में किसान भी हाइटेक तरीके से उपज का विश्लेषण कर सकेंगे। यह सब आधुनिक तरीके से बनी मशीन से होगा। मशीन के अंदर जिन्स के सैंपल डालते ही बता देंगी कि उपज में कितनी प्रतिशत आयल या नमी है। नमी या फिर आयल की मात्रा में कमी मिलने पर किसान इसमें सुधार कर मंडी में उसे अच्छे भाव में बेच सकेंगे। दादरी जिले में ऐसा पहली बार होने जा रहा है। इसका शुभारंभ शुक्रवार को दादरी की नई अनाजमंडी के मार्केट कमेटी परिसर में किया गया। दिल्ली से आए इंजीनियर सक्षम मित्तल ने बताया कि केन्द्र सरकार की इनेम योजना में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत कृषि बाजार कक्ष में पर्टन आइएन 9500 आयल टे¨स्टग मशीन लगाई है। यह मशीन स्वीडन से मंगाई गई है। मशीन की खासियत है कि यह पूरी तरह से वैज्ञानिक तरीके से कार्य करेगी। इस बारे में मंडी के व्यापारियों, किसानों, आढ़तियों को बुलाकर मशीन के बारे में बताया गया।

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ऐसी करेगी काम

इंजीनियर सक्षम मित्तल ने कहा कि मशीन के अंदर गेहूं, सरसों, मूंगफली सहित अन्य जींस के नूमने डालने होंगे। इसके बाद मशीन के ऊपर स्थित एनालिसिस बटन को दबाना होगा। यह बटन दबाते ही मशीन अपना काम करना शुरू कर देगी। सिर्फ 30 सेकेंड के अंदर मशीन की स्क्रीन पर रिजल्ट सामने आ जाएगा। मशीन एनासिस कर बता देगी कि उपज में कितना प्रतिशत आयल और नमी है। इसकी के साथ ¨प्रट आउट भी निकल आएगा। जानकारी पूरी सत्य निकलेगी। किसान का यह डाटा तब तक मशीन के अंदर उपलब्ध रहेगा, जब तक उसे डिलीट नहीं कर दिया जाए।

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बाक्स : क्या होगा फायदा

अब तक किसान और व्यापारी उपज के कुछ दाने को मुंह में रखकर चबाकर नमी और आयल का पता लगाते है। इसमें अनुमान ही लगता है। जबकि वास्तिवकता सामने नहीं आती है। व्यापारी भी उपज में नमी या फिर आयल की मात्रा कम होना देख कम भाव में ही उसे खरीद लेता है। इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। जबकि कई किसान की उपज अच्छी होने के बावजूद उनको वाजिब दाम नहीं मिलता है। इसके पीछे कारण जानकारी का अभाव रहता है। किसान इस मशीन के माध्यम से उपज में नमी, आयल का पता लगाकर उसको अच्छे भाव में बेच सकेंगे। जिले में ऐसी मशीन कहीं परभी नहीं थी। इससे हजारों किसानों को फायदा होगा।

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किसानों को होगा फायदा : सचिव दादरी मार्केट कमेटी के सचिव बसंत कुमार ने कहा कि इस मशीन के लगने से किसानों को बहुत फायदा मिलेगा। वह स्वयं अपनी उपज की वास्तिवकता जान सकेंगे। हमारी तरफ से सभी को बताया है। वहीं और भी सभी को जानकारी देकर इसका लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

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ये रहे मौजूद

इस अवसर पर दादरी मार्केट कमेटी के चेयरमैन चंद्रपाल, डीएमओ श्याम सुंदर बंसल, सचिव बसंत कुमार, व्यापार मंडल के प्रधान रामकुमार रिटोलिया, मार्केट कमेटी के सदस्य विनोद गर्ग, मिल एसोसिएशन के प्रधान कृष्ण मकड़ानिया, संजय बालाजी, राजकुमार मोनू, जितेन्द्र, राकेश, गौतम, शमशेर, रामकरण ¨झझरिया इत्यादि आढ़ती व किसान मौजूद रहे।


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