रक्षाबंधन से पहले छुट्टी के दिन खुले बाजार, उमड़ी भीड़
रक्षाबंधन से एक दिन पहले रविवार को छुट्टी के दिन भिवानी में सुबह 10 से दोपहर बाद 3 तीन बजे तक बाजार खोलने की छूट दी तो ग्राहक बाजार में उमड़ पड़े।
जागरण संवाददाता, भिवानी : रक्षाबंधन से एक दिन पहले रविवार को छुट्टी के दिन भिवानी में सुबह 10 से दोपहर बाद 3 तीन बजे तक बाजार खोलने की छूट दी तो ग्राहक बाजार में उमड़ पड़े। सुबह 10 बजे ही बाजार में लोग विशेषकर महिलाएं खरीददारी करने के लिए पहुंचनी शुरू हो गई। राखी, कपड़े और मिठाई की दुकानों पर ज्यादा भीड़ नजर आई। रक्षाबंधन पर इस बार चाइनीज राखियों की डिमांड नहीं है। स्वदेशी की तरफ रुझान बढ़ा है। सोना-चांदी ज्यादा महंगे होने के चलते आभूषणों पर भी महिलाओं का कम ध्यान रहा। ऐसे में सराफा बाजार में ज्यादा सुधार नजर नहीं आया। महिलाएं बोली रक्षा सूत्र और दूसरा सामान खरीदने आई
बाजार में खरीददारी करने के लिए आई महिला पूनम ने बताया कि इस बार कोरोना के चलते रक्षा बंधन फीका ही है। राखी तो भाइयों की कलाई पर बांधनी हैं। रक्षा सूत्र के अलावा दूसरा सामान भी खरीदने आई हैं। हर बार की तरह जो खुशी होती है, वह बाजार में नजर नहीं आती। चहल-पहल भी अपेक्षाकृत कम ही है। सविता का कहना था कि इस बार तो हमने राखी डाक से भेजी हैं। बाजार में कुछ जरूरी सामान खरीदने के लिए आई हैं। बाजार में जितनी रौनक त्योहार पर होती हैं उतनी नहीं है। दुकानदार सरिता बोली रक्षाबंधन का त्योहार भाई बहन और पारिवारिक रिश्तों को मजबूत करने वाला होता है। बाजार में रौनक तो बढ़ी है। त्योहार पर सजी मिठाई की दुकानें
रक्षा बंधन पर मिठाई की दुकानों को सजाया गया था। बहन और भाइयों ने त्योहार पर मिठाई की खूब खरीददारी की। दुकानदार बोले त्योहार का मौका होता है तो दुकानों को सजाया जाता है। ग्राहक को अच्छी मिठाई भी देने का प्रयास किया जाता है। पूरे दिन खुलता बाजार तो अच्छा होता
बाजार तीन बजे की बजाय पूरे दिन खुला रखना चाहिए था। त्योहार से एक दिन पहले ही आमतौर पर खरीददारी होती हैं। रक्षाबंधन त्योहार पर दुकानदारों को अच्छी आमदनी की उम्मीद होती है। इस दिन महिलाएं सबसे ज्यादा खरीददारी करती हैं। एक-दो बजे तक ग्राहक बाजार में आता है उस समय बाजार बंद होने का समय हो जाएगा। ऐसे में ग्राहक को भी सामान नहीं मिल सकेगा और दुकानदार को भी त्योहार पर जो लाभ मिलना चाहिए वह नहीं मिल सकेगा। त्योहार के मौके पर प्रशासन को जरूर इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
- भानुप्रकाश, प्रधान, नगर व्यापार मंडल